कोलकाता – तृणमूल कांग्रेस नेता और बंगाल की ममता बनर्जी सरकार में लघु-मझोले उद्योग मंत्री स्वपन देबनाथ ने सीपीएम की महिला नेताओं को लेकर बेहद अपमानजनक बयान दिया है। बर्दवान के कलना में उन्होंने कहा कि सीपीएम की कुछ महिला नेता इतनी गिरी हुई हैं कि खुद अपने ब्लाउज फाड़ लेती हैं और हम पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगा देती हैं।
रैली को संबोधित करते हुए स्वपन देबनाथ ने कहा, ‘हम सब ऐसे पुलिस अधिकारियों को जानते हैं, जो अपनी ईमानदारी दिखाने और प्रमोशन पाने के लिए अपने बेटे को गिरफ्तार कर लेते हैं। इसी तरह हम सीपीएम की महिला विंग के कई नेताओं को जानते हैं जो ब्लाउज फाड़ लेती हैं और दूसरों पर छेड़छाड़ के आरोप लगा देती हैं।’ उनके इस बयान पर जब भीड़ से तालियां बजने लगती हैं, तो वह कहते हैं, ‘अगर घर में उनका पति से भी झगड़ा होता है, तो तृणमूल के लोगों पर आरोप लगा देती हैं।’
मंत्री के इस बयान पर लेफ्ट पार्टियों ने ममता बनर्जी से जवाब मांगा है। सीपीएम पोलित ब्यूरो की सदस्य बृंदा करात ने कहा, ‘यह बताता है कि तृणमूल कांग्रेस किस स्तर तक गिर चुकी है। दोषियों को गिरफ्तार करने के बजाय वह उनका बचाव करती है। पार्टी में लोगों को यही सब करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। मुख्यमंत्री अब क्यों चुप हैं?’
देबनाथ इस तरह के आपत्तिजनक बयान देने वाले टीएमसी के पहले नेता नहीं हैं। उनसे पहले भी पार्टी के कई नेताओं ने अलग-अलग रैलियों में ऐसे बयान दिए हैं। कुछ ही दिनों पहले तृणमूल नेता तापस पॉल के उस बयान की काफी कड़ी आलोचना हुई थी, जिसमें उन्होंने विरोधी दल की महिला नेताओं को धमकी देते हुए कहा था कि वह लड़के भेजकर उनका रेप करवा देंगे। इतना ही नहीं पॉल ने यहां तक कहा था कि जरूरत पड़ी तो वह विरोधियों को निबटाने के लिए बंदूक का इस्तेमाल करने से भी नहीं चूकेंगे।
राज्य के परिवहन मंत्री और शारदा चिटफंड घोटाले में जेल में बंद मदन मित्रा ने भी विरोधियों को गोलियों, बमों और मार-पिटाई से करारा जवाब दिए जाने की धमकी दी थी। लाभपुर से टीएमसी विधायक मणिरुल इस्लाम ने पार्टी की रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर जिला कांग्रेस नेता सब्यसाची दत्ता नहीं सुधरे तो उनका सिर काट लिया जाएगा। इससे पहले टीएमसी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल पर आरोप लगा था कि उन्होंने टीएमसी कार्यकर्ताओं से पुलिस पर बमों से हमला करने और निर्दलीय प्रत्याशियों के घरों में आग लगा देने को कहा था।