कोलकाता: पूर्वोत्तर में बीजेपी की लगातार कामयाबी के बाद विपक्ष के एक सांसद ने दावा किया है कि पीएम नरेंद्र मोदी इस बार लालकिले के प्राचीर से आखिरी भाषण देंगे। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा है कि वक्त यह संकेत दे रहा है कि 2019 में पीएम मोदी लाल किले पर भाषण नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि यह टीएमसी और सभी दूसरी विपक्षी पार्टियों की ओर से चुनौती है। डेरेक ओ ब्रायन ने त्रिपुरा में मिली बीजेपी की जीत पर टिप्पणी की है और इसे बहुत छोटी जीत बताया है।
टीएमसी एमपी ने फेसबुक लाइव कर कहा है कि बीजेपी ज्यादा ही जोश में आ रही है और इस जीत को बढ़ा चढ़ा कर पेश कर रही है। उन्होंने कहा, “त्रिपुरा में 25 लाख लोगों ने वोट दिया, जबकि हमारे यहां एक संसदीय सीट है हावड़ा, वहां पर 30 लाख वोटर हैं, इसलिए यह कहना है कि त्रिपुरा 2019 में आने वाले रिजल्ट की झांकी है, पूर्ण रूप से मूर्खता है।” डेरेक ओ ब्रायन ने राजस्थान के दो लोकसभा सीटों अजमेर और अलवर में बीजेपी को मिली हार का जिक्र किया है। इसके अलावा उन्होंने मध्य प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में पार्टी को मिली हार का जिक्र किया है।
डेरेक ओ ब्रायन ने कहा है कि बीजेपी लोकसभा चुनाव में राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा में बुरी तरह से शिकस्त खाने वाली है। उन्होंने कहा कि अगर स्पष्ट शब्दों में कहा जाए तो यह तय है कि नरेंद्र भाई मोदी 2019 में लाल किले के प्राचीर पर तिंरगा नहीं फहराएंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी अभी से देश के सारे उपचुनाव बुरी तरह से हार रही है, और 2019 में उनकी सीटें काफी कम होने वाली है।
टीएमसी एमपी ने बीजेपी को कहा है कि उसे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव पर ध्यान देना चाहिए इसके बाद ही पश्चिम बंगाल पर निगाहें गड़ानी चाहिए। बता दें कि त्रिपुरा जीतने के बाद ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि जबतक बीजेपी पश्चिम बंगाल, केरल और कर्नाटक नहीं जीत लेती है पार्टी का स्वर्णिम युग नहीं शुरु होने वाला है। बीजेपी के नेता और राजनीतिक टिप्पणीकार भी मानते हैं कि त्रिपुरा में बीजेपी की जीत का पश्चिम बंगाल की राजनीति पर असर पड़ने वाला है।