मध्य प्रदेश में चुनावी सरर्मिगां तेज हो चुकी हैं। इलेक्शन की तारीखों के ऐलान के बाद से ही राज्य में आचार संहिता लागू है। सभी पार्टियां जनता को मतदान के लिए साधने में लगी हैं।
वहीं प्रशासन ने जनता में मतदान की जागरूकता का अभियान चलाने के बाद फजीहत करा डाली।
यहां निर्वाचन आयोग ने जागरुकता के लिए शराब के ठेकों का रुख कर एक बड़ा अभियान शुरू किया। हालांकि विवाद के बाद इसे बंद कर दिया।
दरअसल, आगामी विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए राज्य के झबुआ जिला प्रशासन ने मतदान के लिए जागरूकता फैलाने के लिए शराब की दुकानों पर स्टीकर बांट दिए।
इन्हें आम लोगों तक पहुंचाने के लिए शराब की बोतलों पर लगा दिया गया। प्रशासन के इस फैसले से विवाद होने लगा।
साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल होते ही प्रशासन की किरकिरी होने लगी। जल्द ही इसकी प्रशासन तक पहुंच गई।
जनता की जागरूकता के लिए चलाए गए इस अभियान पर आम लोग भी भड़क गए। इसके बाद इन सभी स्टीकरों को दुकानों से वापस मंगा लिया गया।
इस बारे में झाबुआ जिले के एक्साइज ऑफिसर ने कहा, प्रशासन ने सिर्फ जागरूकता के लिए शराब की बोतलों पर स्टीकर लगवाने का फैसला लिया था लेकिन लोगों की नाराजगी के बाद इसे तत्काल रोक दिया गया है। साथ ही सभी दुकानों से जागरूकता के यह स्टीकर वापस मंगा लिए गए हैं।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की 230 सीटों पर 28 नवंबर को वोट डाले जाने हैं। प्रदेश में चुनाव के नतीजे 11 दिसंबर को आ जाएंगे।