ससुराल वालों की डिमांड के कारण महिला इतनी मजबूर हो गई कि रकम चुकाने के लिए उसे चोरी करना पड़ी। ये खुलासा कोतवाली पुलिस ने साहू ज्वेलर्स में ढाई लाख के गहनों की चोरी को लेकर किया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने महिला और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है।
कोतवाली थाना अतर्गत साहू ज्वेलर्स शोरूम में कार्यरत महिला से सभी जेवर बरामद कर लिए हैं। पुलिस ने बताया कि जेवर के डिब्बे निकालते समय सीसीटीवी कैमरे में महिला की तस्वीर कैद हो गई थी। महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में महिला ने चोरी करना कबूल कर लिया है।
जानकारी अनुसार भोपाल निवासी अली शीबा अली घरेलू परेशानी को लेकर पायल गिरवी रखने पहुंची। जहां संचालक सन्नी साहू से चांदी की पायल गिरवी रखने की बात की गई।
संचालक ने पायल गिरवी रख 1 हजार रूपए दे दिए। इसी दौरान महिला ने बातचीत में संचालक सन्नी को बताया कि पहले वह कुणाल मोटर्स में काम करती थी। सैलरी समय पर नहीं मिलने के कारण वहां से काम छोड़ दिया। महिला ने पूछा कि आपके यहां काम मिल सकता है। संचालक ने कहा कल आधार कार्ड लेकर आ जाना।
दूसरे दिन 11 जनवरी को शीबा आधार कार्ड लेकर पहुंच गई। संचालक ने उसे काम पर रख लिया। 12 जनवरी को शीबा ने शाम को दो हार उड़ा दिए। जब 13 जनवरी की शाम को हारों की गिनती की गई तो दो हार कम निकले। इसके बाद आरोपी के हौसले बढ़ गए। शीबा ने गिनती के बाद फिर दो हार गायब कर दिए।
जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो महिला बकायदा हार गायब करते दिखी। इसके बाद महिला को फोन लगाया गया। उसने बताया कि वह रिश्तेदार के यहां है। संचालक सन्नी साहू ने कोतवाली में चोरी के मामले की शिकायत की गई। शिकायत के बाद महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जहां उसने चोरी करना स्वीकार कर लिया है।
मोटर साइकल देने की चोरी
आरोपी शीबा अली पति से अलग रहती है। ससुराल वालों ने दहेज में मोटर साइकल मांगी थी। जरूरत पड़ने पर ससुराल वालों के जेवर गिरवी रख दिए। उन्हीं जेवरों को उठाने के लिए उसने यह चोरी की है।
शोरूम में डल चुका है डाका
साहू ज्वेलर्स शोरूम में 15 साल पूर्व भी डकैतों ने डाका डाला था। इस दौरान लाखों रुपए के जेवर निकालकर ले गए थे। इसके बाद यह चोरी की दूसरी घटना है। हालांकि चोर को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना को लेकर एक सवाल ये भी उठ रहा है कि पर्याप्त छानबीन के बिना ही महिला को कैसे नौकरी दी गई।