टॉलीवुड की जूनियर आर्टिस्ट ने फिल्मी दुनिया की स्याह तस्वीर पेश की है। हैदराबाद में जुटी महिला कलाकारों ने बताया कि छोटी-मोटी भूमिका देने के एवज में शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता है।
तकरीबन 15 जूनियर महिला कलाकारों ने इस दौरान अपनी व्यथा साझा की। टॉलीवुड उद्योग में पिछले 10 वर्षों से सक्रिय संध्या नायडू ने इस दौरान चौंकाने वाला खुलासा किया। वह स्क्रीन पर आमतौर पर मां या फिर चाची की भूमिका निभाती हैं।
उन्होंने कहा, ‘मैंने ज्यादातर मां और चाची की भूमिकाएं निभाई हैं। वे लोग सुबह में शूटिंग के वक्त मुझे अम्मा कह कर बुलाते हैं और रात में साथ सोने के लिए बुलाते हैं।’
उन्होंने बताया कि फिल्म में भूमिका मांगने पर हमेशा पूछा जाता है कि इसके बदले में उन्हें क्या मिलेगा। संध्या ने बताया कि काम खत्म करने के बाद घर आने पर व्हॉट्सएप पर बात करने के लिए मजबूर किया जाता है। अभिनेत्री ने कहा, ‘उनमें से एक व्यक्ति ने मुझसे पूछा था कि मैंने क्या पहना है? जो पहना है क्या वह पारदर्शी है?’
एक जूनियर आर्टिस्ट ने कहा, ‘तेलुगु फिल्मों में एक मौका पाने के लिए फिल्म निर्देशक के लिए हम लोग सब कुछ करते हैं। सेक्सुअल फेवर से लेकर खूबसूरत दिखने के लिए सर्जरी और स्किन में बदलाव तक करते हैं। इसके बावजूद हमलोग कठपुतली की तरह ही हैं, लेकिन अब हम लोग ऐसा नहीं होने देेंगे।’
टॉलीवुड की महिला कलाकारों की बैठक एंकर से अभिनेत्री बनीं श्री रेड्डी की अगुआई में हुई। बता दें कि श्री ने कास्टिंग काउच के खिलाफ हाल में ही अर्धनग्न अवस्था में मूवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था।
विरोध के लिए बाद में उन्हें धमकियां भी मिली थीं। बैठक में 18 से 40 वर्ष तक की उम्र की महिला कलाकार शामिल हुई थीं। श्री रेड्डी की मुहिम में हिस्सा लेने वाली महिला कलाकारों ने बताया कि स्क्रीन पर कुछ सेकेंड की भूमिका देने के लिए यौन शोषण किया गया।
इस दौरान चरित्र अभिनेत्री के. अपूर्वा ने भी अपने अनुभव साझा किया। महिला आर्टिस्ट ने इस मुहिम में लोगों से मदद भी मांगी है। बैठक में जुटीं महिला कलाकारों ने बताया कि 17 वर्ष की असिस्टेंट और टेक्निशियन के साथ भी बुरा बर्ताव किया जाता है।
उनके साथ कीड़-मकोड़े की तरह व्यवहार किया जाता है। श्री रेड्डी ने इस दौरान चुनाव के जरिये यौन हिंसा के खिलाफ समिति बनाने की मांग की है। इसके अलावा स्थानीय कलाकारों को 70:30 के अनुपात में भूमिकाएं देने की भी मांग की गई है।