04 अगस्त 1929 को खंडवा में हुआ किशोर कुमार का जन्म हुआ था । उनके पिता शहर के बड़े प्रतिष्टित वकील थे ।अशोक कुमार और अनूप कुमार के बाद किशोर सबसे छोटे थे । उनकी अंतिम इक्षा के मुताबिक उनकी मृत्य के बाद उनके पार्थिक शरीर को खंडवा ला कर यहीं अंतिम संस्कार किया गया।
खंडवा : भरतीय फ़िल्म जगत के हरफनमौला कलाकार स्व किशोर कुमार का 4 अगस्त को जन्म दिन है । इस दिन खंडवा में बनी उनकी समाधि पर देश भर से हजारों की संख्या में उनके प्रशसंक माथा टेकने पहुँचते थे लेकिन कोविद महामारी के चलते इसबार किशोर कुमार का जन्मदिन संकेतिक रूप में मनाया गया। जिला प्रशासन ने आम लोगों को समाधी पर आने से प्रतिबंधित कर दिया यहाँ सिर्फ कुछ खास लोग और स्थानीय कलाकार को ही यहाँ पुष्पांजलि अर्पित करने की इज़ाज़त थी। जिला पुलिस अधीक्षक और ट्रेफिक डीएसपी ने भी गाना गुनगुआना कर सुरों के बादशाह को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर खंडवा विधायक ने किशोर समाधी को पर्यटन से जोड़ने के बात कही।
04 अगस्त 1929 को खंडवा में हुआ किशोर कुमार का जन्म हुआ था । उनके पिता शहर के बड़े प्रतिष्टित वकील थे ।अशोक कुमार और अनूप कुमार के बाद किशोर सबसे छोटे थे । उनकी अंतिम इक्षा के मुताबिक उनकी मृत्य के बाद उनके पार्थिक शरीर को खंडवा ला कर यहीं अंतिम संस्कार किया गया। तभी से उनके जन्मदिन और पुण्यतिथि पर उनके फेन्स उनकी समाधी पर आकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं। लेकिन इसबार कोरोना महामारी के चलते उनके किशोर कुमार के जन्मदिन पर भी उनके फेन्स को निरास होना पड़ा। किशोर समाधी पर माथा थकने पहुंचे खंडवा विधायक देवेंद्र वर्मा ने कहा की आने वाले समय में किशोर कुमार की समाधि को पर्यटन स्थल की तरह विकसित किया जाएगा। समाधी पर आने का जो रास्ता मुक्तिधाम होकर आता है उसे अलग कर इसे सीधे रस्ते से जोड़ा जाएगा ताकि यहाँ पर्यटक आसानी से पहुंच सकें।
वहीं हरफन मौला कलाकार को श्रद्धांजलि देने पहुंचे जिला पुलिस अधीक्षक और यातायात डीएसपी भी सुरों के रंग में रंगे नजर आये। यातायात डीएसपी संतोष कोल ने मै शायर बदनाम गया गा कर श्रद्धांजलि दी तो वहीं पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने प्रेम पुजारी फिल्म का गण फूलों के रंग से गुनगुनाते हुए कहा की किशोर कुमार के गीतों में आपसी सौहार्द और प्रेम का संदेश ही हम उनके नग्मे सुनकर उनके सन्देश को कायम रखने की कोशिशकरते रहते हैं।