नीमच – हाईवे पर बीती रात को दर्दनाक हादसे ने सभी वर्ग को झकझोर कर दिया है। वहीं दूसरी और नीमच—मंदसौर जिले में एम्बूलेंस के जरिए हो रही तस्करी के खेल को उजागर कर दिया है। नीमच में एक शिकायत डीजीपी को पूर्व में हो चुकी थी, किन्तु पुलिस प्रशासन ने इसे हल्के में लिया था और एम्बूलेंस की चैकिंग का अभियान शुरू नहीं है। डीजीपी को हुई शिकायत में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी नीमच को पार्टी बनाया गया था। शिकायत की जांच नारकोटिक्स सेल के डीएसपी श्री अरोरा ने की और रेडक्रॉस सोसायटी के पदाधिकारियों के बयान दर्ज किए थे। इस शिकायत की पुष्टि बीती रात को हादसे मे हो गई। शिकायत सही थी, कि एम्बूलेंस में तस्करी होती है। हालांकि यह रेडक्रॉस की एम्बूलेंस नहीं थी। मंदसौर की एक निजी एम्बूलेंस थी, जो जल गई है और उससे बीस किलो डोडा जब्त किया गया है।
नीमच-मंदसौर जिले में ढेर एम्बूलेंस फर्जी चल रही है। इसकी जानकारी न तो आरटीओ को है और न ही पुलिस को। चाहे सरकारी एम्बूलेंस हो या फिर निजी एम्बूलेंस। कोई भी जांच पडताल नहीं करते है। टोल नाके से लेकर थाने के सामने से एम्बूलेंस बेरोकटोक गुजर रही है। सूत्र बताते है कि दोनों जिले अफीम उत्पादक है और तस्करी भी यहां पर ज्यादा होती हैं। अफीम व डोडाचूरा की तस्करी में एम्बूलेंस को माध्यम बना रखा है, क्योंकि एम्बूलेंस की जांच कोई नहीं करता है। कल रात को हुए दुर्घटना तस्करी का नए तरीके का खुलासा हुआ है और पुलिस भी इस मामले की खोजबीन में जुट गई है।
रेडक्रॉस सोसायटी की एम्बूलेंस की हुई थी शिकायत
कुछ माह पहले नीमच से एक गौपनीय शिकायत डीजीपी को हुई। शिकायत में रेडक्रॉस द्वारा चलाई जा रही एम्बूलेंस में तस्करी होने की बात लिखी गई थी। यह गंभीर मामला था। इसमें डीजीपी के आदेश के बाद नारकोटिक्स विंग के अधिकारियों ने रेडक्रॉस के सारे पदाधिकारियों के बयान लिए थे। अब पता चल रहा है कि इस शिकायत में दम था।
जिला अस्तपाल में हडकंप -निजी एम्बूलेंस गायब
निजी एम्बूलेंस से तस्करी का मामला उजागर होने के बाद जिला अस्पताल में हडकंप मच गया है। जिला अस्पताल परिसर पर एक दर्जन निजी एम्बूलेंस खडी रहती थी। आज सारी एम्बूलेंस गायब हो गई है ।
रिपोर्ट :- प्रमोद जैन