फैजाबाद : राम मंदिर निर्माण को लेकर आमरण अनशन के पांचवें दिन किन्नर समाज के लोगों ने अयोध्या की तपस्वी छावनी में पहुंचकर अनशन कर रहे परमहंस दास से मुलाकात की।
किन्नरों ने श्रीदास की आरती उतारी और भजन भी गाए। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जल्द से जल्द राम मंदिर निर्माण की मांग की। किन्नरों ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि मंदिर बना दो सरकार वरना अच्छा नहीं होगा।
किन्नर समाज की अध्यक्ष गुलशन बिंदु शुक्रवार सुबह लगभग दो दर्जन से ज्यादा किन्नरों के साथ अनशन कर रहे महंत परमहंस दास के पास पहुंचीं और उन्हें समर्थन दिया। उन्होंने कहा, ‘हम राम अवतारी और वंश भिखारी हैं, हम लोग मंगल मनाने और करने वाले लोग हैं।’
पीएम मोदी और सीएम योगी को चेतावनी देते हुए बिंदु ने कहा, ‘अनशन कर रहे महंत को कुछ होता है तो सरकारों को किन्नर समाज की बद्दुआएं झेलनी पड़ेंगी।’ उन्होंने सभी धर्मों के लोगों से अपील करते हुए कहा, ‘राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण हो, इसके सहयोग में सभी लोग आगे आकर एकता का परिचय दें।’
तब अयोध्या में सिर्फ किन्नर ही थे
किन्नर समाज की अध्यक्ष गुलशन बिंदु ने कहा कि राम जब 14 वर्ष के लिए वनवास गए थे तो श्राप हुआ था कि अयोध्या में कोई नर-नारी नहीं रहेगा। उस दौरान केवल किन्नर समाज के लोग ही अयोध्या में रहे।
गुलशन ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि करोड़ों हिंदुओं के आराध्य रामलला टाट में रहें, यह सोचकर ही दुख होता है, जिन रामलला के आशीर्वाद की बदौलत मोदी-योगी सत्ता में पहुंचे, उन्हें भुलाना ठीक नहीं। पीएम मोदी को जल्द आकर अयोध्या दर्शन करना चाहिए और राम मंदिर निर्माण की घोषणा करनी चाहिए।
गुलशन बिंदु ने कहा कि सनातन संस्कृति और धर्म की रक्षा के लिए जिंदगी दांव पर लगाने वाले परमहंस दास को उनका समाज कुछ नहीं होने देगा। देश-विदेश के लाखों किन्नर सनातन संस्कृति रक्षा के लिए परमहंस दास के साथ खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि किन्नरों की बद्दुआ का घातक असर होता है। प्रधानमंत्री मोदी किन्नर समाज को बद्दुआ देने के लिए मजबूर न करें।
जानिए, क्या बोले परमहंस दास
आमरण अनशन के पांचवें दिन तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने कहा कि उनको शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के सुप्रीमो प्रवीण तोगड़िया ने समर्थन दिया है। राम काज के लिए वह साधु बने, अब उसी राम के भव्य मंदिर की मांग को लेकर अनशन पर बैठे हैं।
परमहंस दास ने कहा कि राम के काम के लिए उनको अपनी जिंदगी कुर्बान करने का तनिक भी भय नहीं है। जान जाने तक वह टिके रहेंगे और आमरण अनशन चलता रहेगा।
उन्होंने शुक्रवार को फिर वही मांग दोहराई कि प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या के रामलला का दर्शन करें। महंत परमहंस दास ने कहा, ‘मोदी रामलला का दर्शन कर लेंगे और वक्त स्थिति जान लेंगे तो मंदिर का निर्माण हो जाएगा।’
बता दें कि तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास एक अक्टूबर से आमरण अनशन पर हैं, जिसकी वजह से उनकी सेहत में गिरावट दर्ज की जाने लगी है। उनका वजन कम होने लगा है।
श्रीराम अस्पताल के सीएमएस डॉ. अनिल कुमार ने बताया, ‘महंतजी का वजन 5 किलोग्राम कम हो गया है। अन्य सभी चीजें अभी सामान्य हैं।’