संसद से ट्रिपल तलाक बिल पास होने के बाद देश भर की मुस्लिम महिलाएं जश्न मना रही हैं। स्वतंत्रता दिवस से पहले देश में दीवाली जैसा माहौल हो गया है। हो भी क्यों ना…आजादी के 72 साल बाद उन्हें एक ऐसी कुरीति से मुक्ति मिली है, जिसके बंधनों से आजाद होने के लिए उन्हें दशकों का इंतजार करना पड़ा।
भोपाल : लोकसभा के बाद राज्यसभा से ट्रिपल तलाक बिल के पास होने पर देशभर सहित भोपाल में मुस्लिम महिलाओं ने खूब जश्न मनाया। ढोल नगाड़े की थाप और पटाखे के बीच एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया।
महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है। इस दौरान महिलाओं के चेहरे पर सुकून व मौजूदा केंद्र की सरकार के प्रति विश्वास की झलक देखने को मिली।
महिलाओं का कहना है कि जब दोनों ही सदनों में यह बिल पास हो चुका है तो अब इंतजार खाली राष्ट्रपति द्वारा हामी भरने का है और उसके बाद ट्रिपल तलाक पर भी एक कानून बन जाएगा।
किसी भी तरह का कोई भी शोषण मुस्लिम समुदाय की महिलाओं के खिलाफ कोई नहीं कर सकेगा। ट्रिपल तलाक बिल राज्यसभा और लोकसभा में पास हो जाने के बाद उम्मीद की एक नई किरण मिली है कि अब महिलाएं भी खुलकर जी सकेंगी और उन्हें पैरों में बेड़ियां बांधकर सिर्फ हां या न में सर हिलाने के बजाए इतिहास बनाने का मौका मिलेगा।
‘बिल पास हो रहा है या पिज्जा डिलिवरी हो रही है?
ट्रिपल तलाक बिल पर राज्यसभा में मात खाने के बाद विपक्ष ने सरकार पर हल्ला बोला है। कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने आज राज्यसभा में आरटीआई, तीन तलाक और यूएपीए विधेयकों का मुद्दा उठाया।
उन्होंने इन विधेयकों का हवाला देकर कहा कि सरकार ने विपक्ष को अंधेरे में रखकर ये बिल राज्यसभा से पास करवाए। बाद में विपक्षी सांसदों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और कहा कि सरकार विधेयकों के पास करवाने का अलोकतांत्रिक तरीका अपना रही है। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने पूछा, ‘बिल पास हो रहा है या पिज्जा डिलिवरी हो रही है?