डिंडोरी: जिंदगी भर शासन की सेवा करने के बाद परिवार के साथ सुकून के कुछ पल बिताने की चाह उस समय धूमिल हो जाती है जब अपनी ही कमाई शेष राशि प्राप्त करने के लिए उसी विभाग के सैकड़ों चक्कर लगाने पड़ जाते हैं।और उसके बाद भी विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों के द्वारा निर्धारित समय मे प्रकरणों का निराकरण नही किया जाता तथा संबंधित रिटायर्ड कर्मचारियों को विभागीय जांच एवं कई अन्य कारणों का हवाला देकर उसे भटकने पर मजबूर कर दिया जाता है।फिलहाल ऐसा ही एक मामला शहपुरा विकासखंड के लोक निर्माण विभाग का सामने आया है जहाँ विभाग मे स्थल सहायक के पद से रिटायर हुए राम प्रसाद तिवारी को चार माह बीत जाने के बाद भी पी पी ओ एवं पेंशन तथा जी पी एफ में जमा राशि का भुगतान नहीं किया गया।
फरयादी ने जिला कलेक्टर को भी एक आवेदन सौपा है जिसमें आवेदक ने पेंशन सहित सभी अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए निवेदन किया है।राम प्रसाद तिवारी ने बताया कि वह एवं उसकी पत्नी दोनों ह्रदय रोग से पीड़ित हैं दोनों को प्रतिमाह इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है पेंशन न होने के कारण वह समय पर ईलाज भी नहीं करवा पा रहा है।एक ओर शासन लोक सेवा गारन्टी के तहत प्रकरणों के शीघ्र निराकरण करने की गारंटी आम जनता को दे रही है वहीं शासन के नुमाइंदे आम जनता के हक पर डाका डाल रहे है।
यह कोइ एकलौता मामला नहीं है ऐसे हजारों मामले और भी है जिनका समय सीमा में निराकरण नही हो पाता जिसके कारण लोगों को समय पर उनका अधिकार नहीं मिल पाता। प्रशासन के उच्च अधिकारियों से आपेक्षा है कि प्रकरणों का निपटारा समय सीमा में कराया जाये ताकि हितग्राहियों को उनका लाभ जरूरत के समय प्राप्त हो सके।
@दीपक नामदेव