वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव के दौरान किया अपना वादा पूरा करते हुए अफगानिस्तान में आईएस ठिकानों पर अपना सबसे बड़ा बम गिराया है। मदर ऑफ ऑल बम कहा जाने वाला यह एक गैर परमाणु बम है जिसे जीबीयू-43 नाम दिया गया है। यह बम अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में गिराया गया है। इस बम की ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है इसकी धमक पाकिस्तान के कई इलाकों में महसूस हुई।
इस बम के बनने के बाद यह पहली बार है जब इसका उपयोग किया गया है। अमेरिकी सेना के अधिकारी ने जीबीयू-43 गिराए जाने की पुष्टि की है। अमेरिका ने यह कार्रवाई आईएस के साथ लड़ाई में सेना के विशेष बल ग्रीन बेरेट के कमांडो के मारे जाने के कुछ ही दिनों बाद की है।
बम से हुए नुकसान के बारे में अभी पता नहीं चल पाया है। नुकसान का आकलन के लिए टीम भेजी गई है। बताया जाता है अमेरिकी सेंट्रल कमान के प्रमुख जनरल जोसेफ वोटेल से मंजूरी मिलने पर ही बम गिराया गया होगा।
जीबीयू-43 का आधिकारिक नाम मैसिव आर्डिनेंस एयर ब्लास्ट (एमओएबी) बम है। इसको मदर ऑफ ऑल बम (एमओएबी) भी कहा जाता है।
बम का परीक्षण 2003 में किया गया लेकिन गुरुवार से पहले प्रयोग नहीं किया गया। 21,000 पौंड वाले इस बम की विशालता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले सप्ताह सीरिया में दागे गए हर टॉमहॉक क्रूज मिसाइल का वजन 1,000 पौंड था।