तुर्की में लोग सरकार के उस बिल का विरोध कर रहे हैं जिसके तहत कम उम्र की लड़की से बलात्कार करने के आरोप में पकड़े गए पुरुष की सज़ा उसी लड़की से शादी करने से माफ़ हो जाएगी। इस विवादित बिल का विरोध करने के लिए इंस्तांबुल में शनिवार को हुए एक प्रदर्शन में सैंकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।
इस बिल को राष्ट्रपति रिचप तैय्यप अर्दोआन (सत्ताधारी एकेपी पार्टी) की सरकार ने पेश किया है। सत्तारूढ़ जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी (एकेपी) ने यह बिल संसद में पेश किया। बिल को मंजूरी मिलने पर देशभर की जेलों में बंद दुष्कर्म के 4,000 दोषियों को मुक्त किया जा सकता है। विपक्ष, देश के जाने-माने सेलिब्रिटी और कई गैर-सरकारी संगठनों ने भी इस बिल की कड़ी आलोचना की है। आलोचना करने वालों में राष्ट्रपति रोसेप तैयब एर्डोगन की बेटी सुमेई एर्डोगन बायरक्तर भी शामिल हैं।
कुछ प्रदर्शनकारियों ने एकेपी सरकार का विरोध करते हुए सीटियां और तालियां बजाईं। जबकि कईयों ने नारे लगाए, “हम चुप नहीं रहेंगे। हम आपकी बात नहीं मानेंगे। ” पोस्टर पर लिखा है, ‘बलात्कार मानवता के प्रति किया गया अपराध है’, ‘एकेपी, अपने हाथ हमारे बच्चों से दूर रखो’
आलोचकों का कहना है कि यह बिल बलात्कार को वैध बना देगा। हालांकि सरकार का कहना है कि इससे उन लोगों को राहत मिलगी जिन्हें इस बात का अंदाज़ा नहीं हुआ होगा कि उन्होंने ग़ैर-क़ानूनी तरीके से सेक्स किया।
सरकार ने किया बचाव
तुर्की सरकार ने बिल का बचाव करते हुए कहा कि यह बिल उन जोड़ों के लिए फायदेमंद होगा, जिन्होंने आपसी सहमति से कभी शारीरिक संबंध बनाएं थे और अब बालिग होने पर शादी करने के इच्छुक भी हैं। एकेपी रूढि़वादी सोच के लिए जानी जाती है।
जबरन शादियों को बल मिलेगा
विपक्ष ने इस बिल की कड़ी आलोचना की है। विपक्ष ने कहा कि बिल जबरन शादियों और दुष्कर्म के आरोपी के बचाव को बल देगा। ऐसे में इसका गलत फायदा भी उठाया जा सकता है। इतना ही नहीं देश में दुष्कर्म के आंकड़े भी बढ़ सकते हैं।
विपक्षी रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी के नेता उमर सुहा ने कहा, ‘यदि एक 50-60 वर्ष का अधेड़ पुरुष 11 साल की बच्ची से दुष्कर्म कर इस कानून के आधार पर छूट जाता है, तो क्या होगा? यानी बच्ची जब बालिग (18 वर्ष) होगी तो वो इसका फायदा उठाएगा। इससे बच्ची की जिंदगी युवा होने के बाद और भी अधिक मुश्किल भरी हो जाएगी। [एजेंसी]