नई दिल्लीः लाजपत नगर थाना पुलिस ने ड्रग्स सप्लाई करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश कर अफगान मूल के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी अफगानिस्तान से पेट में ड्रग्स छिपाकर पहली बार भारत आए थे। इनके कब्जे से हेरोइन व मेथाक्लाओन के 60-60 कैप्सूल बरामद किए गए हैं। दोनों जल्द ही अमीर बनने की कोशिश में ड्रग्स के धंधे में उतरे थे।
दक्षिण-पूर्व जिला डीसीपी चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि लाजपत नगर थानाध्यक्ष पंकज मलिक की टीम ड्रग्स बेचने वालों पर नजर रखे थी। एसआई सुभाष चंद, सिपाही विनीत व सिपाही विशाल की टीम ने ने 11 अप्रैल को जल विहार, लाजपत नगर में घेराबंदी की। रेलवे ट्रैक साइड से आते दो अफगानी पुलिस टीम को देखकर भागने लगे। पीछा कर दोनों को पकड़ लिया गया।
अफगानिस्तान निवासी अब्दुल हकीम जुनैदी (32) के कब्जे से मेथाक्लाओन के 60 कैप्सूल (425 ग्राम) और अब्दुल रेहमानी के कब्जे से हेरोइन के 60 कैप्सूल (475 ग्राम) बरामद हुए। अब्दुल रेहमानी ने बताया कि वह अफगानिस्तान में रिक्शा चलाता था। अब्दुल जुनैदी डिपार्टमेंटल स्टोर चलाता था। चार-पांच महीने पहले ये अफगानिस्तान में मो. शाही के संपर्क में आए। उसने पैसे का लालच देकर भारत ड्रग्स पहुंचाने को कहा। ये कैप्सूल के रूप में ड्रग्स को निगल लेते थे और भारत आकर मलद्वार से निकालते थे। दोनों अफगान से 60-60 कैप्सूल निगलकर आए थे।
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दोनों आरोपी जनवरी, 2018 में टूरिस्ट वीजा पर रेकी करने भारत आए थे। यहां इन्होंने रहने का ठिकाना और ड्रग्स किसे और कैसे देनी है, देखे और लौट गए। रेहमानी 9 अप्रैल व जुनैदी सात अप्रैल को भारत आए। कस्तूरबा नगर में ये रिसीवर का इंतजार कर रहे थे।