मेरठ : खरखौदा थाना क्षेत्र में होली के मौके पर सदियों से चली आ रही तख्त (धार्मिक यात्रा) निकालने की परंपरा पर उस वक्त बवाल हो गया जब दो पक्षों के लोगों ने एक दूसरे पर हमला बोल दिया। इस दौरान दोनों पक्ष एक दूसरे पर जमकर पथराव और फायरिंग करने लगे जिसमें चार लोग घायल हो गए। गांव में तनाव को देखते हुए पैरामिलिट्री फोर्स तैनात कर दी गई है। घटना के बाद से सीओ और एसपी देहात ने गांव में कैंप लगा रखा है। घटना के पीछे विधानसभा चुनाव की रंजिश बताई जा रही है। मोदी के नारे लगाने पर ये विवाद शुरू हुआ था जिसके बाद नौबत फायरिंग तक पहुंच गई।
दरअसल बिजौली गांव में सदियों से होली के मौके पर तख्त निकालने की परंपरा चली आ रही है। इस मौके पर सभी समुदाय के लोग लकड़ी के तख्तों को ट्रैक्टर-ट्रालियों पर रखते हैं। तख्तों पर सभी समुदाय के युवक अपने शरीर को सरियों से बांधकर खड़े होते हैं और पूरे गांव में जुलूस निकालते हैं। होली के अवसर पर भी इसी परंपरा के चलते 6 तख्त यात्राएं निकाली जा रही थी। बताया जाता है कि जैसे ही तख्त एक बस्ती में पहुंचा तो लोगों ने सबसे आगे चल रहे तख्त पर पथराव शुरू कर दिया। जिसके बाद मौके पर भगदड़ मच गई। हमले के जवाब में तख्त निकाल रहे लोगों ने भी घरों को निशाना बनाते हुए पथराव किया तो दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई।
धमाकों की आवाज से गांव गूंज उठा और गांव में दहशत फैल गई। दोनों पक्षों में करीब आधे घंटे तक फायरिंग और पथराव हुआ, जिसमें तख्त पक्ष के कई लोग घायल हो गए। घटना की जानकारी के बाद सीओ किठौर विनोद सिरोही पैरामिलेट्री फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे लोगों को खदेड़ते हुए घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।
इसके बाद पुलिस ने 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बताया जाता है कि इस विवाद की नींव उस समय रखी गई जब किठौर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सतवीर त्यागी विजयी हुए। मतगणना के बाद सतवीर समर्थकों ने गांव में विजय जुलूस निकाला जिसमें लोगों ने मोदी जिंदाबाद के नारे भी लगाए। जिसके विरोध स्वरूप ये घटना घटी है । गांव में तनाव को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पैरामिलेट्री बल तैनात किया गया है।