पंढरपुर : राफेल डील को लेकर विपक्ष के हमलों को झेल रही मोदी सरकार को अब अपनों के भी निशाने पर हैं।
यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी जैसे बीजेपी के बागी नेताओं के बाद अब एनडीए की सहयोगी शिवसेना ने भी राफेल डील को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है।
महाराष्ट्र के पंढरपुर में एक रैली के दौरान शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि मोदी सरकार हथियारों और गोला-बारूदों की खरीद में घोटाले कर रही है लेकिन सैनिकों का वेतन नहीं बढ़ा रही।
‘राफेल का कॉन्ट्रैक्ट ऐसी कंपनी को जिसे कोई अनुभव नहीं’
राफेल डील पर ठाकरे ने कहा, ‘एक कंपनी जिसके पास कोई अनुभव नहीं था, उसे कॉन्ट्रैक्ट दे दिया गया। देश के सैनिकों का वेतन बढ़ाने की जरूरत है, जिसे आप नहीं बढ़ाते लेकिन आप हथियारों और गोला-बारूदों की खरीदारी में घोटाला करते हैं।’
शिवसेना चीफ ने कहा, ‘राफेल डील को लेकर तमाम आरोप हैं और मैं नहीं जानता कि सुप्रीम कोर्ट ने क्लीन चिट कैसे दिया। लैकिन मैं जानता हूं कि मोदी सरकार ने जवानों का वेतन बढ़ाने से इनकार कर दिया है।’
विधानसभा चुनावों में बीजेपी की हार पर तंज
ठाकरे ने हालिया विधानसभा चुनावों में बीजेपी की हार को लेकर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि 5 राज्यों के हालिया विधानसभा चुनावों के नतीजों ने बीजेपी की ‘विश्व विजेता’ की छवि को तार-तार कर दिया है।
उन्होंने कहा कि नतीजे बताते हैं कि जनता बीजेपी से ऊब चुकी है। ठाकरे ने कहा कि जनता ने बीजेपी को खारिज करके उसे सख्त संदेश दिया है।
‘हिंदू मासूम हैं, मूर्ख नहीं’
ठाकरे ने जेडीयू चीफ नीतीश कुमार और एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान पर भी हमला बोला।
उन्होंने कहा कि नीतीश और पासवान को हिन्दुत्व और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर अपना रुख घोषित करना चाहिए। राम मंदिर पर ठाकरे ने कहा कि 30 साल हो गए और सरकार आज भी कह रही है कि मामला कोर्ट में है।
उन्होंने कहा, ‘हिंदू मासूम हैं, मूर्ख नहीं। एक बार संसद में राम मंदिर मुद्दे पर बहस करा लीजिए, पता लग जाएगा कि एनडीए में कौन आपके साथ है।’
ठाकरे ने कहा कि शिवसेना, राम मंदिर, किसान कर्ज माफी और फसल बीमा पर फैसला हो जाने तक बीजेपी के साथ गठबंधन में दिलचस्पी नहीं रखती है।
पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर जा सकते हैं ठाकरे
ठाकरे ने कहा, ‘अयोध्या के बाद, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी जा सकता हूं।’ राफेल मुद्दे को लेकर ठाकरे ने कहा, ‘राफेल का कॉन्ट्रैक्ट एक ऐसी कंपनी को दिया गया, जिसे इसका कोई अनुभव नहीं था।
देश के सैनिकों को वेतन में बढ़ोतरी चाहिए, आप (केन्द्र सरकार) वह नहीं करेंगे लेकिन हथियारों और गोला-बारूद की खरीद में घोटाला जरूर करेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘मिजोरम और तेलंगाना के चुनाव परिणामों ने स्पष्ट संदेश दिया है कि मतदाताओं ने राष्ट्रीय पार्टियों के बजाय मजबूत क्षेत्रीय दलों को चुना है।’