मुंबई : महाराष्ट्र के सीएम पद से इस्तीफे के बाद फडणवीस ने शिवसेना और उसके सुप्रीमो उद्धव ठाकरे पर तीखे हमले बोले जिस पर ठाकरे ने भी पलटवार किया है। मुंबई में सेना भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर शिवसेना प्रमुख ने साफ-साफ संकेत दिया कि सरकार गठन के लिए शिवसेना अन्य विकल्पों को लेकर गंभीर है। बीजेपी को झूठा बताते हुए ठाकरे ने कहा कि उन्होंने अपने पिता बाला साहेब को वचन दिया था कि एक दिन शिवसेना का सीएम होगा और हम अपना वचन निभाएंगे। उन्होंने कहा कि वचन पूरा करने के लिए हमें न अमित शाह और न बीजेपी के आशीर्वाद की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी झूठ बोलती है और उसके झूठ की वजह से ही उन्होंने उसके साथ सरकार गठन को लेकर बातचीत रोक दी है। सरकार गठन पर बीजेपी के पाले में गेंद फेकते हुए शिवसेना प्रमुख ने कहा अब यह बीजेपी के ऊपर है कि गठबंधन की सरकार बनती है या नहीं।
सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद फडणवीस ने कहा था कि उद्ध ठाकरे उनका फोन नहीं उठा रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि सहयोगी होने के बावजूद शिवसेना पीएम मोदी पर भी तीखे हमले करते रही लेकिन बीजेपी चुप रही। इस आरोप पर ठाकरे ने कहा कि बीजेपी को साबित करना चाहिए कि मैंने कब प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी नरेंद्र मोदी की आलोचना नहीं की, व्यक्तिगत आलोचना नहीं की। ठाकरे ने कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें छोटा भाई बताया था लेकिन आज बीजेपी की तरफ से जो कॉमेंट आ रहे हैं वे बड़े भाई की तरह नहीं हैं।
50-50 फॉर्म्युले को लेकर बीजेपी पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए ठाकरे ने कहा कि झूठ बोलने वालों से कैसी बातची। उन्होंने कहा कि जब आप (बीजेपी) इतना झूठ बोलते हो तो चर्चा किस बात की होगी। उद्धव ने कहा कि उन्होंने अपने पिता बाला साहेब को वचन दिया था कि एक दिन महाराष्ट्र में शिवसेना का सीएम होगा। उन्होंने कहा कि जो जुबान दिया है उसे पूरा करेंगे। अगर बीजेपी के साथ नहीं तो किसी और के साथ मिलकर पूरा करेंगे। ठाकरे ने कहा, ‘मैंने अमित शाह से तभी कह दिया था कि मैंने बाला साहेब को वचन दिया है कि एक दिन शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाऊंगा। यह वादा पूरा करूंगा। अगर आप साथ रहे तो ठीक नहीं तो बीजेपी के बिना भी।’
ठाकरे ने कहा कि बीजेपी के झूठ की वजह से ही उन्होंने सरकार गठन को लेकर चर्चा रोक दी। ढाई-ढाई साल के सीएम के 50-50 फॉर्म्युले को लेकर बीजेपी पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए ठाकरे ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान ही यह तय हुआ था। उन्होंने कहा, ‘अमित शाह का फोन आया था मेरे पास। मैंने कहा कि मैंने पिताजी को वचन दिया है..मैंने यह भी बोला कि अगर मेरी सीटें ज्यादा आईं तब भी हम बीजेपी को ढाई साल देंगे…उन्होंने (अमित शाह) कहा कि अभी तक जो हुआ सो हुआ लेकिन मेरे कार्यकाल में न्याय होगा। मैंने यह बात देवेंद्र जी को बताई तो उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान हम इसका (ढाई-ढाई साल सीएम) जिक्र नहीं करेंगे। पद और जिम्मेदारियों के समान निर्वहन की बात करेंगे। जब हम पद की बात करेंगे तो आप मान लेना कि इसमें सीएम पद की भी बात हो रही है।’ उन्होंने कहा कि शिवसेना झूठ बोलने वालों की पार्टी नहीं है और वह बीजेपी की तरह झूठा नहीं हैं।
शिवसेना प्रमुख ने मोदी सरकार पर चुनावी वादों को पूरा नहीं करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आरएसएस और शिवसेना हमेशा से अयोध्या में राममंदिर निर्माण की मांग करती रही है लेकिन बीजेपी अपने वादे को पूरा करने में नाकाम रही। ठाकरे ने कहा, ‘2019 के लोकसभा चुनाव के बाद अमित शाह ने मुझसे पूछा कि आपको कौन सा मंत्रालय चाहिए…मैंने कहा कि कोई भी अच्छा सा दे दीजिए…जिसमें काम होते हों….लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’