रूसी हमले के जवाब में यूक्रेन ने अपने सशस्त्र बलों को और मजबूत करने की कसम खाई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि हम अपने बलों को मजबूत करने के लिए कुछ भी करेंगे।
ukraine russia war: यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की शुरुआत के बाद से रूस ने सोमवार की सुबह कई शहरों पर करीब 84 मिसाइलें दागकर दुनिया को चौंका दिया। जिस वक्त यूक्रेन के शहरों पर मिसाइलें गिरनी शुरू हुई, उस वक्त लोग अपने घरों में या तो आराम कर रहे थे या मॉर्निंग वॉक पर थे। इन धमाकों में 14 लोगों के मारे जाने की सूचना भी है। रूसी हमले के जवाब में यूक्रेन ने अपने सशस्त्र बलों को और मजबूत करने की कसम खाई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि हम अपने बलों को मजबूत करने के लिए कुछ भी करेंगे और अपने दुश्मन के लिए युद्ध का मैदान और भी दर्दनाक बना देंगे।रूस द्वारा अपने शहरों पर अब तक के सबसे बड़े हवाई हमलों के बाद यूक्रेन ने अपने सशस्त्र बलों को मजबूत करने की कसम खाई। सोमवार सुबह अचानक शहरों पर मिसाइलें गिरने से हजारों लोगों को एक बार फिर बम आश्रयों में भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। रूसी मिसाइलों के हमले में अब तक 14 लोगों के मारे जाने की सूचना है। कई लोग घायल भी हैं। जिस वक्त मिसाइलें गिर रही थीं, उस वक्त ज्यादातर लोग चौराहों, पार्कों और पर्यटन स्थलों में मौजूद थे।
अपने बलों को मजबूत करेंगे, जेलेंस्की ने बाइडेन से भी की बात
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से बात की और बाद में टेलीग्राम पर लिखा कि हवाई रक्षा “हमारे रक्षा सहयोग में नंबर 1 प्राथमिकता” है। उन्होंने सोमवार रात को अपने संबोधन में कहा, “हम अपने सशस्त्र बलों को मजबूत करने के लिए सब कुछ करेंगे।” “हम दुश्मन के लिए युद्ध के मैदान को और अधिक दर्दनाक बना देंगे।”
बाइडेन ने जेलेंस्की को बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका उन्नत वायु रक्षा प्रणाली प्रदान करेगा। इससे पहले पेंटागन ने 27 सितंबर को कहा था कि वह अगले दो महीनों में राष्ट्रीय उन्नत सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली देना शुरू कर देगा।
इन शहरों पर गिराई गई मिसाइलें
यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी यूक्रेन में कीव, ल्वीव, टेरनोपिल और ज़ाइटॉमिर, केंद्र में निप्रो और क्रेमेनचुक, दक्षिण में ज़ापोरिज़्झिया और पूर्व में खार्किव में विस्फोट हुए। पिछले साल 24 फरवरी को यूक्रेन पर हुए हमले के बाद से रूस की ओर से यह सबसे बड़ा हवाई हमला माना जा रहा है।