उमा भारती ने साफ कर दिया है कि वह इस कार्यकर्म में शिरकत नहीं कर रही हैं। उनका कहना है कि कोरोनावायरस संक्रमण फैलने की वजह से मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बाकी लोगों के चले जाने के बाद ही रामलला के दर्शन करने जाऊंगी।
लंबी लड़ाई के बाद 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम का आयोजन होने जा रहा है। ऐसे में इसे लेकर राजनीति काफी तेज हो गई है।
हाल ही में मध्य प्रदेश में बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती बीजेपी पर ही गोले दागते दिख रही हैं। उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को समझाते हुए तीखे शब्दों में कहा है कि ‘राम के नाम पर बीजेपी का पेटेंट नहीं हुआ है।’
एक मीडिया वार्ता के दौरान बोलते हुए उमा भारती ने कहा है ‘राम के नाम पर किसी का पेटेंट नहीं हो सकता है। राम का नाम अयोध्या या बीजेपी के बाप की बपौती नहीं है। ये सबकी हैं, जो बीजेपी में हैं या नहीं हैं। जो किसी भी धर्म को मानते हो। जो राम को मानते हैं, राम उन्हीं के हैं।’
बता दें कि इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे की अयोध्या में हो रहे राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती को आमंत्रित किया जा सकता है।
वहीं उमा भारती ने साफ कर दिया है कि वह इस कार्यकर्म में शिरकत नहीं कर रही हैं। उनका कहना है कि कोरोनावायरस संक्रमण फैलने की वजह से मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बाकी लोगों के चले जाने के बाद ही रामलला के दर्शन करने जाऊंगी।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर के भूमि पूजन को टालने की बात कही थी। उनका कहना था कि चातुर्मास खत्म हो जाने के बाद भूमि पूजन किया जाना चाहिए।
दरअसल चातुर्मास के दौरान किसी भी शुभ कार्य को नहीं किया जाता है, इसलिए ऐसे समय में हो रहे भूमि पूजन को टालने की बात कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कही है।
वहीं उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुविधा के अनुसार मुहूर्त निकाला गया है। उनका कहना है कि उमा भारती जी वहां क्यों नहीं जा रहीं ? अगर निमंत्रण मिला है तो उन्हें भी जाना चाहिए।