नई दिल्ली- केरल के सांसद ई अहमद के निधन के बाद केंद्रीय बजट के टलने की अटकलें लग रही हैं। हालांकि संकेत हैं कि बजट समय से ही पेश किया जाएगा। वित्त मंत्री अरुण जेटली संसद में आज आम बजट पेश करेंगे। सांसद ई.अहमद के निधन से इस पर सुबह से ही सस्पेंस बना हुआ था। ताजा जानकारी के मुताबिक सांसद ई.अहमद को श्रद्धांजलि देने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली बजट पेश करेंगे।
स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि बजट आज पेश होगा। वहीँ एचडी देवेगौड़ा ने कहा कि बजट टाला जाना कोई बड़ी डील नहीं, ऐसा कुछ नहीं है कि गोपनियता खत्म होगी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर बताया, 11 बजे होगा आम बजट, राष्ट्रपति ने दी वित्त मंत्री अरुण जेटली को बजट पेश करने की मंजूरी।
पूर्व विदेश राज्यमंत्री ई. अहमद को बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान दिल का दौरा पड़ा था। इसके बाद राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। ये डेढ़ सौ साल में पहला मौका था बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवगंत सांसद ई. अहमद की मृत्यु पर शोक जताते हुए कहा कि केरल के विकास और पश्चिमी एशिया के साथ भारत के रिश्तों को मजबूत बनाने में ई. अहमद ने अहम भूमिका निभाई।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने दिवंगत सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ई. अहमद की मृत्यु पर शोक जताया।
वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि सांसद ई. अहमद की मौत के बाद संसद की कार्यवाही को चलाने के बारे में फैसला लोकसभा स्पीकर लेंगी। उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर सांसद की मौत के बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया जाता है। ऐसे में बजट एक दिन के लिए टल सकता है, लेकिन इस फैसला स्पीकर ही लेंगी।
अहमद की मौत पर विवाद
ई अहमद की मौत की पुष्टि को लेकर भी विवाद हुआ. ई अहमद के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया था कि उन्हें अहमद से न तो मिलने दिया जा रहा है न ही उनके पास जाने दिया जा रहा है। संसद में बजट एक फरवरी को पेश होना है। शंका जताई जा रही थी कि बजट टालना न पड़े, इस उद्देश्य से कुछ छिपाया जा रहा है।
ई अहमद के निधन की सूचना मिलने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मंगलवार को देर रात राममनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचीं थीं। उनके इस दौरे का मकसद सांसद और पूर्व मंत्री ई अहमद का हाल जानना था।
सोनिया गांधी के साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, अहमद पटेल और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद भी थे। अस्पताल प्रशासन ने इन सभी नेताओं को ई अहमद को दखने की इजाजत नहीं दी थी। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस पर कहा था कि यह सरकार का मनमाना रवैया है। [एजेंसी]