कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य से मोदी सरकार में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाथ जोड़कर माफी मांगी है।
मामला कुछ यूं हुआ कि सिंधिया के निर्वाचन क्षेत्र शिवपुरी-देवास फोर-लेन राजमार्ग के उद्धाटन का कार्यक्रम पिछले दिनों आयोजित किया गया और इस कार्यक्रम में ज्योतिरादित्य को नहीं बुलाया गया।
इस बात से नाराज सिंधिया ने न केवल ट्वीट कर एतराज जताया बल्कि लोकसभा में मानसून सत्र के दौरान भी इस मुद्दे को उठाया जिसके बाद नितिन गडकरी को अपने विभाग की इस गलती की वजह से उनसे माफी मांगनी पड़ी।
ज्योतिरादित्य ने कहा कि लोकार्पण कार्यक्रम में गडकरी गए थे, लेकिन आमंत्रण पत्र पर मेरा नाम नहीं था। मुख्य मंत्री सहित सारे लोगों के नाम दर्ज थे सिर्फ मेरा नाम छोड़कर।
शून्य काल के दौरान सिंधिया ने कहा कि इस सरकार में विपक्ष के स्थानीय सांसदों की अनदेखी बढ़ती जा रही है। उन्हें अपने संसदीय क्षेत्र के कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया। इस दौरान उद्घाटन पट्टिका पर उनका नाम भी दर्ज नहीं किया गया। इसके बाद कांग्रेस के कई सांसदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया।
हंगामे के बीच गडकरी ने कहा कि जहां तक मेरी जानकारी है सांसद सिंधिया को जिलाधिकारी ने फोन पर निमंत्रण दिया था। इसके बावजूद अगर उन्हें दुख हुआ है तो वह इसके लिए खेद प्रकट करते हैं।
स्पीकर सुमित्रा महाजन ने गडकरी के खेद व्यक्त करने को उनका बड़प्पन बताया।