वर्तमान लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए, स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा यू.एन.एफ.पी.ए और बी.जी.एम.एस., इंदौर के सहयोग से एक विशेष पहल की गयी है जिसमे, इन्ही सत्रों का अब ऑनलाइन व इलेक्ट्रोनिकी संचार माध्यम से सफल संचालन किया जा रहा है। इसमे 2-D एनीमेशन के रूप में विशेष ऑनलाइन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है
इंदौर: सर्व शिक्षा अभियान, स्कूल शिक्षा विभाग, मप्र के द्वारा जीवन कौशल शिक्षा कार्यक्रम ‘उमंग’, म.प्र. के राज्य बोर्ड स्कूलों लागू किया गया है, जो कि 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए सन् 2017 से संचालित हो रहा है। इसके लिए एक ग्रेडेड पाठ्यक्रम के तहत प्रतिभागिता आधारित गतिविधियां स्कूलों में संचालित की जाती हैं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के सत्र आयोजित किए जाते हैं, जिन मेँ किशोर-किशोरियों के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों जैसे स्वास्थ्य, पोषण, जेंडर, तनाव और भावनाओं का प्रबंधन, संवाद कौशल, समस्या समाधान, आदि से सम्बंधित शिक्षा दी जाती हैं, ताकि वे जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए कौशल विकसित कर सकें।
वर्तमान लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए, स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा यू.एन.एफ.पी.ए और बी.जी.एम.एस., इंदौर के सहयोग से एक विशेष पहल की गयी है जिसमे, इन्ही सत्रों का अब ऑनलाइन व इलेक्ट्रोनिकी संचार माध्यम से सफल संचालन किया जा रहा है। इसमे 2-D एनीमेशन के रूप में विशेष ऑनलाइन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है व शिक्षा को रुचिकर बनाने के लिए एनीमेशन में माधव मुस्कान के पात्रों के माध्यम से जानकारी दी जाती है, जबकि इन दोनों को किशोरों के जीवन से संबंधित मुद्दों पर संदेश प्रदान करने के लिए सहकर्मी शिक्षकों शिक्षक के रूप में जाना जाता है।
छात्र सुविधाजनक तरीके से मोबाइल हैंडसेट का उपयोग कर इन सत्रों को आसानी से सीख सकते हैं। सीखने की प्रक्रिया में छात्रों की भी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए वीडियो में बीच बीच में प्रश्न भी दिए गए हैं। ऑनलाइन वीडियो के अलावा, डाउनलोड-योग्य हैंडआउट के माध्यम से पाठन सामग्री भी दी गयी है। सामाग्री तैयार करने व प्रस्तुत करने मे इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि जानकारी बच्चों को उपयोगी व प्रासंगिक तो लगे ही, वो इसे अपने जीवन मे उतारने का भी विचार विकसित कर सकें।
यह कार्यक्रम 2 मई, 2020 से प्रारम्भ किया गया है तथा सप्ताह में दो सत्रों के साथ, 3 महीने की अवधि में इसमें कुल 24 सत्रों को शामिल किया जायेगा।
संबन्धित व्यवस्थाओं मे बीजीएमएस द्वारा सर्वप्रथम निर्धारित कक्षाओं से संबंधित विषय सामग्री को इंटरनेट पर होस्ट किया जाता है। सामग्री को उपयोग करने हेतु एक लिंक शिक्षा विभाग से जारी की जाती है जिसे सभी विद्यालयों के माध्यम से छात्रों तक पहुंचाया जाता है। संबंधित शिक्षक छात्रों के अपने स्थानीय व्हाट्सएप समूह को बनाए रखते हैं और इसका उपयोग प्रत्येक छात्र को निर्देश और लिंक को अग्रेषित करने के लिए करते हैं। शिक्षक भी सामग्री को साझा करने व् विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर देने में सहयोग प्रदान करते हैं। इन ऑनलाइन सत्रों के सबसे बड़ी विशेषता यह है कि ये, साधारण एनड्रोइड मोबाइल पर बच्चो द्वारा देखे जा सकते हैं व संक्षिप्त सत्रों मे ही महत्वपूर्ण जानकारी उन तक पहुँच जाती है।
सत्रों को हर सप्ताह, शनिवार को आयोजित किया जाता है। इस क्रम मे अब तक दस सत्र सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं, जिसमे सभी जिलों के छात्र, उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं।
प्रत्येक सत्र पर छात्र की समझ के मूल्यांकन के साथ-साथ प्रतिक्रिया लेने के लिए एक ऑनलाइन गूगल फॉर्म प्रश्नावली भी तैयार की गयी है जिसे बच्चे बड़ी आसानी से भर कर दर्ज कर देते हैं। प्राप्त प्रतिक्रियाओं से स्पष्ट है कि यह कार्यक्रम उन्हे रुचि पूर्ण व अत्यंत उपयोगी लगता है व इसके अगले अंक की उत्सुकता से राह देखते हैं।