लखनऊ / फतेहपुर: उन्नाव रेप पीडि़ता के परिजनों की कार में ट्रक की टक्कर से हुए हादसे ने प्रदेश सरकार के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक घटना को लेकर देश भर में राजनीतिक हलचलें तेज हो गयी हैं। कांग्रेस ने जहां मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए प्रदेश भर में कैंडिल मार्च का आयोजन किया वहीं गैर भाजपा वाले राज्यों की सरकारें इस काण्ड पर भाजपा व केन्द्र सरकार को घेरने में जुट गयी हैं। उधर हादसे वाले ट्रक मालिक के परिजनों ने जेल में बंद रेपिस्ट कुलदीप सिंह सेंगर से किसी भी तरह के जुड़ाव से इंकार किया है। परिजनों ने पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की भी मांग की है।
बताते चलें कि रायबरेली के गुरूबक्शगंज थाना क्षेत्र के अटौरा कस्बे के निकट तीन दिन पूर्व उन्नाव रेप पीडि़ता अपने परिजनों के साथ रायबरेली जा रही थी। तभी उसकी कार से ट्रक नं0 यूपी-71टी/8300 की भीषण टक्कर हो गयी थी। जिसमें पीडि़ता के चाचा व चाची की मौत हो चुकी है। जबकि पीडि़ता व उसके अधिवक्ता मरणासन्न हो गये थे। जिनका उपचार चल रहा है। दोनों घायलों को लखनऊ के केजीयूएमसी में वेल्टीनेटर पर रखा गया है। दुर्घटना करने वाला ट्रक जनपद के ललौली कस्बा निवासी कभी सपा नेता रहे और वर्तमान में शिवपाल यादव के नेतृत्व वाली प्रसपा के जिला महासचिव नन्द किशोर पाल का है। नन्द किशोर पाल की पत्नी रामाश्री पाल असोथर ब्लाक की प्रमुख भी रह चुकी हैं। वह चार भाई हैं। जो सभी ट्रक चलवाने का कारोबार करते हैं। कार की जिस ट्रक से भिड़ंत हुई वह ट्रक नन्द किशोर के भाई देवेंद्र किशोर पाल के नाम से पंजीकृत है।
सपा में रहने के दौरान नंद किशोर पाल से कही कुलदीप सेंगर से सम्बंध तो नही रहे, यह भी जांच का विषय हो सकता है। ट्रक मालिक देवेंद्र किशोर पाल की पत्नी सुमन देवी इस समय अपने गांव ललौली की प्रधान है। ट्रक मालिक देवेंद्र किशोर इस समय पुलिस की हिरासत में हैं लेकिन उसकी पत्नी भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर से किसी प्रकार की जान पहचान से इनकार करती है। राजनीति में सक्रिय रहे पाल परिवार का आपराधिक इतिहास तो नही रहा लेकिन राजनीति में रहते हुए पाल के परिवार का कही भाजपा विधायक से सम्बन्ध तो नही रहा या ट्रक चालक आशीष ने अपने निजी स्वार्थ के चलते तो इस घटना को तो अंजाम नही दिया? यह पुलिस और सीबीआई के लिए जांच का विषय हो सकता है।
@ शीबू खान