अयोध्या : यूपी के अयोध्या में आयोजित बजरंग दल के वार्षिक शौर्य प्रशिक्षण शिविर की तस्वीरें सामने आने से विवाद खड़ा हो गया है। ट्रेनिंग कैंप में ये संगठन अपने कार्यकर्ताओं को राइफल, तलवार चलाना सिखा रहा है। खास बात ये है कि राइफल और तलवार चलाने की ट्रेनिंग के लिए डमी के तौर पर जिन लोगों को निशाने पर लिया जा रहा है, उन्हें दाढ़ी और मुस्लिम टोपी पहनाई गई है।
बजरंग दल ने जहां इस तरह के कैंप को अपना सामान्य आयोजन बताया है वहीं विपक्षी दल इसमें विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यूपी की फिजा बिगाड़ने की बीजेपी की साजिश देख रहे हैं। कैंप के आयोजक मनोज वर्मा ने कहा कि ये बजरंग दल का वार्षिक कार्यक्रम है ताकि कार्यकर्ता समाज और राष्ट्र के लिए खुद को समर्पित कर सकें।
ये आत्मविश्वास की ट्रेनिंग है। कठिन परिस्थिति में कैसे काम करना है ये सिखाया जा रहा है ताकि हम परिस्थिति से भागें नहीं। उन्होंने कहा कि हम सैनिक नहीं हैं। आत्मरक्षा के लिए सामान्य नागरिक को जिस प्रकार करना चाहिए, उसके लिए ये ट्रेनिंग है।
कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने इस खबर पर कहा कि ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी जब जब चुनाव आते हैं तो राज्यों में ऐसे काम करती है। सरकार को ऐसी ट्रेनिंग पर बैन लगाना चाहिए। प्रदेश सरकार को भी जागना होगा और ऐसे संगठनों पर लगाम कसनी होगी।
सीपीआई नेता अमीक जमई ने फेसबुक पर लिखा कि बाबरी मस्जिद के नजदीक बजरंग दल की वार्षिक ट्रेनिंग अगले विधानसभा के लिए माहौल बनाने के लिए है। पुलिस को इससे सख्ती से निबटना चाहिए। केंद्र सरकार को भी ऐसी आर्म्स रिहर्सल पर स्टैंड साफ करना चाहिए। मुझे बताया गया है कि ट्रेनिंग में दुश्मन दाढ़ी और टोपी में हैं तो वे कौन लोग हैं मोदी जी? – @ANI_news
WATCH: Bajrang Dal conducts its annual self defence camps in Ayodhya (UP) (14/05/16)https://t.co/SYsjoX1q6Q
— ANI (@ANI_news) May 23, 2016