लखनऊ : उन्नाव गैंगरेप केस में आरोपों से घिरे भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उल्टे पीड़ित परिवार पर ही आरोप लगा दिया है। मीडिया वालों ने जब आरोपी विधायक से उनपर लगे आरोपों के बारे में सवाल किया तो विधायक ने कहा कि मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं है, मेरे खिलाफ जो भी आरोप है उसकी कड़ी से कड़ी जांच होनी चाहिए। वो निम्न स्तर के लोग हैं और यह मेरे खिलाफ एक आपराधिक साजिश है। उन्होंने पीड़िता और उसके परिवार के बारे में कहा कि वो निम्न स्तर के लोग हैं और यह सब उनकी छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है। दैनिक जागरण में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने अपनी तुलना भगवान राम से कर दी है। उन्नाव में सामूहिक दुष्कर्म के मामले में आरोपित कुलदीप सिंह सेंगर ने कहा कि मेरे ऊपर तो आरोप लगा है, आरोप तो भगवान राम पर भी लगा था। इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही साफ कर दिया है कि दोषी चाहे जो भी हो जांच के बाद उनपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने डीजीपी को इस मामले की जांच के आदेश दिये थे। इधर पुलिस ने इस मामले में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
विधायक के भाई पर पीड़िता और उनके पिता के साथ मारपीट का आरोप है। अतुल सिंह पर आरोप है कि बीते मंगलवार (3 अप्रैल 2018) को उन्होंने केस वापस लेने के लिए पीड़ित लड़की के पिता को बेरहमी से पीटा था और मारपीट का गलत मुकदमा लिखवाकर उल्टे पीड़िता के पिता को ही जेल भिजवा दिया था। जेल में कैद पीड़िता के पिता की मौत हो चुकी है। पिता के मौत से दुखी और प्रशासन के रवैये से नाराज पीड़ित लड़की ने कुछ ही दिन पहले मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह की कोशिश भी की थी। अब इस मामले में पीड़ित लड़की ने इंसाफ की मांग करते हुए आरोपियों को फांसी देने की मांग की है।
उन्नाव के बंगरमऊ से बीजेपी विधायक और उनके कुछ समर्थकों पर पीड़ित लड़की ने जून 2017 में उसके साथ गैंगरेप करने का आरोप लगाया है। पीड़िता के मुताबिक बीजेपी विधायक के भाई ने उनके पिता की बुरी तरह पिटाई की थी। जिसके बाद पुलिस ने गलत मुकदमा दर्ज कर उनके पिता को गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद जेल में ही उनके पिता की मौत हो गई।