लखनऊ- सीएम अखिलेश यादव ने खनन मंत्री गायत्री प्रजापति और पंचायतीराज मंत्री राज किशोर को सोमवार को बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्तगी के लिए सीएम ने राज्यपाल राम नाईक को पत्र भेजा जिसके बाद राज्यपाल ने भूतत्व और खनिकर्म विभाग देख रहे मंत्री गायत्री प्रजापति और मंत्री लघु सिंचाई, पशुधन एवं पंचायती राजविभाग राज किशोर को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया।
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री अखिलेश को लघु सिंचाई एवं पशुधन विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है साथ ही समाज कल्याण मंत्री राम गोविंद चौधरी को पंचायती राज विभाग और मूलचंद चौहान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को उद्यान, खाद्य प्रसंस्करण और भूतत्व एवं खनिकर्म विभभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
बता दें कि गायत्री प्रजापति मुलायम के करीबी माने जाते हैं। प्रजापति पर अवैध खनन, जमीन पर कब्जा, आय से अधिक संपत्ति सहित कई संगीन आरोप हैं। वहीं पंचायती मंत्री राजकिशोर पर भी जमीन कब्जाने सहित भ्रष्टाचार के कई संगीन आरोप हैं।
माना जा रहा है कि विपक्षी सरकार में मंत्रियों के भ्रष्टाचार को मुद्दा न बनाए इसलिए सीएम अखिलेश ने ये सख्त कदम उठाया है। बता दें कि हाईकोर्ट ने अवैध खनन के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं जिसके बाद गायत्री प्रजापति सीबीआई की रडार पर आ गए थे।
कभी गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले गायत्री प्रजापति के पास कई सौ करोड़ रुपये की संपत्ति है। इस बात का खुलासा उनके चुनावी हलफनामे से हुआ था।
सन 2012 में गायत्री प्रसाद प्रजापति पर आय से अधिक संपत्ति का आरोप लगा था। प्रजापति पर लखनऊ में ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जा करने और प्लाट बेचने का आरोप लग चुका है।
गायत्री प्रजापति के बेटे अनुराग प्रजापति पर सरकारी जमीन कब्जाने, महिला का अपहरण करने सहित कई अपराधिक मामले हैं। अमेठी में एक बेसहारा महिला ने भी गायत्री प्रजापति पर अपनी जमीन कब्जाने का आरोप लगाया था।