लखनऊ- यूपी सीएम अखिलेश यादव ने आज मानसून सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में विपक्षीय हंगामे के बीच 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का अनुपूरक बजट पेश किया। इस बजट में 14 हजार करोड़ का केन्द्रांश भी शामिल होगा।
बता दें कि अखिलेश यादव ने मंगलवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 25347.87 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया। इससे पूर्व सदन के भीतर जमकर हंगामा देखने को मिला।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा), कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने सूबे में कानून-व्यवस्था खराब होने का आरोप लगाया और जमकर हंगामा किया। विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर हंगामा कर रहे सदस्यों को सदन से बाहर किया गया।
मुख्यमंत्री अखिलेश ने अपराह्न् 12.20 बजे विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश किया। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सुबह 11 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू की, विपक्षी दलों के सदस्य सदन के बीचो-बीच पहुंच कर हंगामा करने लगे।
जानिए क्या है सप्लीमेंट्री बजट में-
-जेपीएपआईसी के लिए 40 करोड़ का बजट दिया गया।
-आईएएस इंस्टीट्यूट टॉवर के लिए 20 करोड़ का बजट दिया गया है।
-अागरा इनर रिंग रोड के लिए 100 करोड दिया।
-चंक गंजरिया के लिए 200 करोड़ दिए।
-कन्नौज के निर्माणाधीन परफ्यूम पार्क-म्युजियम के लिए 100 करोड़ दिये।
-बिजली व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए 100 करोड़़ दिये।
-जवाहरबाग मथुरा के सौंदर्यीकरण के लिये 15 करोड दिये
-कमांड सेंटरों की स्थापना के लिए 43 करोड़़ दिये।
-राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के लिये 50 करोड़ दिए।
-उदय योजना के लिए 749 करोड़ दिये।
-राम मनोहर लोहिया सड़क योजना के लिए 4 करोड़ दिये।
-न्यू चरखा मॉडल के लिए 40 करोड़ दिए।
-समाजवादी युवा रोजगार योजना के लिए 5 करोड़ दिये।
-बिजली विभाग के ओटीएस केे लिए 174 करोड़़ दिये।
-बिजली व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए 100 करेाड़ दिये।
-धान खरीद भुुगतान के लिए 1500 करोड़़ का बजट दिया।
-डायल 100 के लिये 125 करोड़़।
चुनावी वर्ष होने के नाते सीएम अखिलेश अपने विकास के वादों को पूरा करने के लिए यह बजट पेश किया। दरअसल मुख्यमंत्री चाहते हैं कि उनके द्वारा लांच किये गए विकास प्रोजेक्ट्स के लिए किसी भी तरह की धन की कमी न हो।
बताते चलें कि इस साल सरकार ने बहारी भरकम बजट पेश किया था। सरकार ने इस साल 3 लाख 46 हजार करोड़ का बजट पेश किया था।
रिपोर्ट- @शाश्वत तिवारी