उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अयोध्या में रामलला और हनुमानगढ़ी मंदिर के दर्शन किये।
पूजा अर्चना के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में मंदिर था, मंदिर है और मंदिर रहेगा इसमें कोई संदेह नहीं है।
उन्होंने कहा कि जो भी अयोध्या आता है रामलला के दर्शन के लिए जरूर आता है। अयोध्या में मंदिर बनने के सवाल पर योगी ने कहा, ”जहां तक राम मंदिर की बात है, संवैधानिक दायरे में रह कर ही सरकार काम करेगी।”
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के सरयु तट पर 151 फीट राम की मंदिर बनाए जाने पर कहा, ”भगवान राम की दर्शनीय मूर्ति लगे, इसके लिए दो जगहों को मैंने देखा है।
पूजनीय मूर्ति मंदिर में होती है लेकिन ये दर्शनीय होगी। जिससे अयोध्या की पहचान हो सके।”
सरयू तट पर तीन लाख मिट्टी के दीयों को जलाने पर योगी ने कहा, ”अयोध्या हमारे धर्म में पावन भूमि रही है। दीपोत्सव से हमने इसको बताने और जताने का प्रयास किया है।
इसका दूसरा संस्करण समाप्त हुआ। पिछली बार जब हमने ये किया तो कई तरह की आशंकाएं थी। मैंने कई जगह अयोध्या में आज सर्वेक्षण किया। आनेवाले कुछ सालों में अयोध्या दुनिया की बेहतरीन नगरी में विकसित होगी।”
उन्होंने कहा कि अयोध्या में बुनियादी सुविधाओं के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अयोध्या में माता कौशल्या के नाम पर ओल्ड एज होम बनेगा। ध्यान रहे कि कल ही योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद जिले का नाम अयोध्या किये जाने की घोषणा की थी।
अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद का मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है। शीर्ष अदालत ने पिछले दिनों इस मामले को जनवरी तक के लिए टाल दिया था। जिसके बाद से वीएचपी, शिवसेना और आरएसएस राम मंदिर को लेकर लगातार कानून बनाए जाने की मांग कर रही है। हालांकि सरकार ने रुख स्पष्ट नहीं किया है।