लखनऊ: विधानपरिषद सभापति रमेश यादव के बेटे अभिजीत (21) की रविवार को दारुलशफा न्यू बी ब्लाक स्थित विधायक निवास में गला घोटकर हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम अभिजीत की मां मीरा ने दिया था। देर रात पुलिस की पूछताछ में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ। इसकी जानकारी एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्रा ने दी। इसके बाद खबर है कि पुलिस ने आरोपी मां को गरिफ्तार कर लिया है।
फिलहाल पुलिस हत्याकांड से जुड़े अन्य बिंदुओं की पड़ताल कर रही है। इससे पहले रविवार दोपहर परिवारीजन इसे स्वाभाविक मौत बताकर अंतिम संस्कार करने जा रहे थे। इसी बीच पुलिस को किसी ने सूचना दे दी और पुलिस ने बीच रास्ते शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम में अभिजीत की गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई। रिपोर्ट में सिर पर गंभीर चोट की बात भी कही गई है।
एएसपी पूर्वी के मुताबिक मीरा ने अभिजीत का सिर दीवार में लड़ाने के बाद दुपट्टे से गला कसकर वारदात को अंजाम दिया गया है। गला दबाने के बाद बने निशान को मिटाने के लिए सोफ्रामाइसिन मरहम लगाया गया। सूत्रों का यह भी कहना है कि वारदात के समय अभिजीत नशे में था। एएसपी पूर्वी ने बताया कि अभिजीत शराब का लती था। वह नशे में धुत होकर अक्सर घर पहुंचा और परिवारीजनों से गाली-गलौज कर अभद्रता करता था। शनिवार रात भी अभिजीत नशे की हालत में घर पहुंचा और परिवारीजनों से अभद्रता की, तभी उसकी मां ने उसकी हत्या कर दी।
एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया कि मूलरूप से एटा निवासी विधान परिषद सभापति रमेश यादव का दारुलशफा-बी ब्लाक में आवास है। यहां उनकी दूसरी पत्नी मीरा यादव बेटों अभिजीत और अभिषेक के साथ रहती हैं। अभिजीत बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र था। रविवार तड़के संदिग्ध हालात में उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिवारीजन दोपहर में शव का अंतिम संस्कार करने के लिए बैकुंठ धाम चले गए। इसी बीच पुलिस ने बीच रास्ते में उन्हें रोक लिया। मामला संदिग्ध देखकर एएसपी क्राइम दिनेश कुमार और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर छानबीन की।
पुलिस की पूछताछ में मीरा ने बताया कि रविवार तड़के करीब तीन बजे अभिजीत के सीने में दर्द हुआ था। अभिजीत के कहने पर उसके सीने पर उन्होंने बाम लगाया था। इसके बाद पेट में गैस की आशंका पर उसे एक टेबलेट भी खाने को दी थी। इसके बाद उसे कुछ आराम मिला तो वह बेड पर सो गया था, जबकि मीरा जमीन पर सो गई थी।
मीरा ने बताया कि बड़ा बेटा अभिषेक नौकर के साथ बाहर गया था। सुबह करीब 7:30 बजे जब उनकी आंख खुली तो एसी बंद मिला। अभिजीत को आवाज लगाई तो उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसी बीच अभिषेक भी आ गया। अभिषेक ने भाई को जगाने की कोशिश की और नब्ज देखने के बाद उन्हें बताया कि अभिजीत की तो मौत हो गई है।
अभिजीत की मौत के बाद जब पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज न कराने और पोस्टमार्टम न कराने के बारे में पूछा तो मीरा ने बताया कि अभिजीत की स्वभाविक मौत हुई थी इसलिए वह शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहती थीं। एएसपी पूर्वी ने बताया कि रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है और सिर में गंभीर चोट है। पोस्टमार्टम में विसरा जांच के लिए भी सैंपल रखा गया है। एएसपी पूर्वी के मुताबिक वारदात के पीछे किसी करीबी की भूमिका प्रतीत हो रही है। कई बिंदुओं पर मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
उधर, बेटे अभिजीत की मौत को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या बताए जाने पर विधान परिषद के सभापति रमेश यादव ने सिर्फ इतनी प्रतिक्रिया व्यक्त की कि उन्हें इस बारे में कुछ भी नहीं मालूम हैं। जब उनसे सवाल किया गया कि उन्हें किन लोगों पर हत्या करने का शक है? उन्होंने कहा, उन्हें किसी पर शक नहीं है। रमेश यादव ने बताया कि जिस समय यह घटना घटी, वह एटा में थे। जब उन्हें जानकारी हुई तो वह लखनऊ के लिए रवाना हुए। शाम को लखनऊ पहुंचे और बेटे की अंत्येष्टि में शामिल हुए। रमेश यादव ने बताया कि उन्होंने दो शादियां की थीं।