लखनऊ – प्रदेश में लगातार बढ़ रहे अपराध एवं कानून व्यवस्था के मुद्दे पर अपने अधिकारियों की विफलता देख डीजीपी जगमोहन यादव ने खुद ड्राइविंग सीट संभाल ली है। राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी के सिदधौर में हुई घटना के कारणों और उसमें लगे अधिकारियो द्वारा की गई कार्यवाई की समीक्षा उन्होंने एडीजी इन्टीलेजेन्स के साथ शुरू कर दी है। इसके साथ ही वह अपने संपर्क सूत्रों से भी जानकारी जुटाने में भी लगे हैं ।
डीजीपी ने इसी क्रम में हिरासत में हुई मौत और माती पुलिस चौकी जलाने की घटना में कार्यवाई शुरू कर दी है। उन्होंने डीआईजी फैजाबाद से माती पुलिस चौकी पर तैनात सभी पुलिसकरमियों को तत्काल हटाकर रेन्ज के अन्य जिलों में स्थानान्तरित करने का आदेश दिया है। इसी क्रम में डीजीपी ने डीआईजी फैजाबाद से फोरेंसिक विशेषज्ञों को देवां कोतवाली ले जाकर यह जांच करने को कहा है कि क्या जो जगह बताई गई है वहाँ खुदकुशी करना संभव है। उन्होंने जल्द से जल्द स्पष्ट जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है जिससे आगे की कार्यवाही की जा सके। इसके साथ ही इस घटना की सूचना मिलने के बाद अधिकारियों द्वारा बरती गई लापरवाही पर भी रिपोर्ट मांगी गयी है।
उधर डीआईजी लखनऊ रेन्ज से डीजीपी ने स्थानान्तरित होने के बाद भी जुगाड़ से राजधानी में रूके और थानों में प्रभारी बने उप निरीक्षकों और निरीक्षकों की 24 घंटे में समीक्षा करके हटाने का आदेश दिया है। उन्होंने यह भी डीआईजी से कहा है कि इस आदेश के पालन में किसी तरह की ढिलाई न बरती जाये।
रिपोर्ट :- शाश्वत तिवारी