उत्तर प्रदेश में कंपकंपाती ठंड के कारण अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। प्रशासन पर अनदेखी के आरोप के बीच सीतापुर के महोली तहसील परिसर में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। शनिवार (13 जनवरी) को जरूरतमंदों के लिए कंबल वितरित किया जा रहा था।
इस दौरान धौरहरा से भाजपा सांसद रेखा वर्मा और महोली के भाजपा विधयक शशांक त्रिवेदी के समर्थकों के बीच फोटो खिंचवाने को लेकर झगड़ा हो गया। दोनों पक्षों में जमकर लात-घूंसे चले और तोड़फोड़ हुई। हंगामा इतना बढ़ गया था कि सांसद रेखा वर्मा ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था। इससे वहां अफरातफरी मच गई थी।
घटना के वक्त वहां जिला प्रशासन का अमला भी मौजूद था। वायरल वीडियो में सांसद रेखा वर्मा को एक व्यक्ति को थप्पड़ मारते हुए और जूती उतारते हुए भी देखा जा सकता है। हालांकि, शाम को सांसद और विधायक ने एक सुर में कहा कि कंबल वितरण के दौरान भगदड़ मची थी।
घटना के बाद सीतापुर की कलेक्टर डॉक्टर सारिका मोहन और पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी मौके पर पहुंचे थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी पक्ष की ओर से इसकी शिकायत नहीं दी गई है। सांसद रेखा वर्मा ने विधायक शशांक त्रिवेदी के समर्थकों को हद में रहने की नसीहत दे रही थीं। समारोह में मौजूद उनके बेटे के साथ भी हाथापाई हुई।
पहली बार सांसद बनी रेखा वर्मा ने एक पुलिसकर्मी को भी थप्पड़ जड़ दी थी। तहसील प्रशासन ने सांसद से कंबल बंटवाने का कार्यक्रम आयोजित किया था। हॉल में तकरीबन 15 मिनट तक बवाल चलता रहा था। सीओ सदर मौके पर पहुंचे और बातचीत के बाद एसडीएम के कमरे से सांसद रेखा वर्मा को बाहर निकाला जा सका।
सांसद और विधायक ने स्थानीय प्रशासन पर ढिलाई बरतने का ठीकरा फोड़ा। सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह से सांसद को वहां से रवाना किया। विधायक शशांक त्रिवेदी पैदल ही हनुमान मंदिर की ओर निकल पड़े थे। इस दौरान विधायक के समर्थक जिंदाबाद के नारे लगाने लगे।
कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने मोबाइल फोन से वीडियो बना कर उसे सोशल नेटवर्किंग साइटों पर शेयर करना शुरू कर दिया था। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में सर्दियों की वजह से कई लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के कई हिस्सों में ठंड का प्रकोप बहुत ज्यादा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर समय पूर्व तैयारी नहीं करने के आरोप भी लगाए जा रहे हैं। इसे देखते हुए गरीबों को कंबल बांटे जा रहे हैं।