मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था के विषय में कहा कि प्रदेश में अपराध के लिए कोई जगह नहीं होगी और न ही उनके संरक्षणदाता चैन से रह पाएंगे। राज्य सरकार अपराध और अपराधियों से सख्ती से निपटेगी।
लखनऊ: वर्तमान सरकार का दो महीने का कार्यकाल पिछली सरकारों के 15 वर्षों के कार्यकाल पर भारी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। राज्य सरकार द्वारा किसानों के फसली ऋणों को माफ किया गया, जिससे 86 लाख किसान लाभान्वित हुए वर्तमान सरकार ने गन्ना किसानों को 21 हजार 570 करोड़ रु0 का भुगतान कराया प्रदेश में पहली बार आलू किसानों के लिए राज्य सरकार पैकेज लेकर आयी वर्तमान राज्य सरकार ने वीआईपी कल्चर को खत्म किया राज्य सरकार बिना भेदभाव के समाज के सभी लोगों के विकास के लिए कटिबद्ध प्रदेश सरकार के प्रयासों से अब लड़कियां व महिलाएं सुरक्षित महसूस कर रही हैं बुन्देलखण्ड के किसानों की बेहतरी के लिए केन और बेतवा नदियों को जोड़ा जाएगा खुले में शौच रोकने की दृष्टि से राज्य सरकार शौचालय निर्माण को बढ़ावा दे रही है |
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के सम्बन्ध में धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र वही, जहां पर सहमति और असहमति के बीच समन्वय स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हम अपनी बात किसी पर थोप नहीं सकते। स्वस्थ लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना आपसी सहमति व समन्वय से एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुए ही हो सकती है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सरकार का विजन डाॅक्यूमेण्ट होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभिभाषण के दौरान प्रतिपक्ष का आचरण मर्यादा के अनुरूप होना चाहिए, परन्तु विपक्ष ने बजाय धैर्य के साथ अभिभाषण सुनने के सदन की कार्यवाही को बाधित करने का रास्ता चुना। उन्होंने कहा कि राज्य में नई सरकार बने हुए अभी दो माह ही हुए हैं, परन्तु जो लोग 5-10 साल शासन कर चुके, वे दो महीने में ही सरकार का लेखा-जोखा मांग रहे हैं।
योगी ने कानून व्यवस्था के विषय में कहा कि प्रदेश में अपराध के लिए कोई जगह नहीं होगी और न ही उनके संरक्षणदाता चैन से रह पाएंगे। राज्य सरकार अपराध और अपराधियों से सख्ती से निपटेगी। उन्होंने कहा कि सर्वांगीण विकास और सुशासन भयरहित समाज में ही सम्भव है। वर्तमान सरकार का दो महीने का कार्यकाल पिछली सरकारों के 15 वर्षों के कार्यकाल पर भारी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में गंगा, यमुना, सरयू, राप्ती जैसी नदियां मौजूद हों और जहां की जमीन इतनी उपजाऊ हो, वहां का किसान आत्महत्या करे, तो इसका सीधा सम्बन्ध गलत नीतियों से है। पिछले 10-15 साल में हुई किसान की बदहाल स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही राज्य सरकार द्वारा उनके फसली ऋणों को माफ किया गया है, जिससे 86 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं। उनके एक लाख रुपए तक की सीमा के फसली ऋण माफ किए गए हैं।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस ऋण माफी का बोझ जनता पर नहीं डालेगी, बल्कि अपने खर्चों में कटौती करके इसकी भरपाई करेगीl @ शाश्वत तिवारी