बागपत – उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक खाप पंचायत ने दो दलित बहनों के साथ रेप करने का फैसला सुनाया है। पंचायत ने रेप के बाद दोनों बहनों को नंगा कर गांव में घुमाने का भी फरमान दिया है। जानकारी के मुताबिक दोनों बहनों को उनके भाई के प्रेम प्रसंग के मामले में यह फैसला सुनाया गया है।
पीड़ित बहनों में से एक ने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में अपनी और परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है। पीड़ित लड़की ने पुलिस से भी इस मामले की शिकायत की और कहा है कि ऐसा फैसला लेने वाली पंचायत जाट समुदाय ने बुलाई थी।
जानकारी मिली है कि पीड़ितों का घर भी तहस-नहस कर दिया गया है। पीड़ित लड़कियों के परिजनों को भागकर दिल्ली में शरण लेनी पड़ी है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 18 अगस्त को मामले की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को नोटिस दिया है कि दो हफ्तों में इस मामले पर जवाब दाखिल करे।
यह मामला बागपत के खेकड़ा गांव का है। जानकारी के मुताबिक गांव के दलित परिवार के एक लड़के और जाट परिवार की एक विवाहित महिला के बीच प्रेम संबंध थे। इसी के चलते दोनों गांव से फरार हो गए। गांव वालों को जब इसकी जानकारी मिली तो मामला खाप पंचायत के पास भी पहुंचा।
खाप पंचायत ने इस पर फैसला लेते हुए प्रेम प्रसंग में शामिल लड़के की बहनों के साथ रेप का फरमान सुना दिया। लड़की ने अपनी और परिवार की सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट की शरण ली। लड़की ने पुलिस से की गई शिकायत में लिखा है कि गांववालों के दबाव में पुलिस ने उसके भाई के खिलाफ एक फर्जी केस भी दर्ज किया है। लड़के को स्थानीय कोर्ट से जमानत मिलने के बावजूद उसके घरवाले जमानत के लिए जरूरी कागजात लेने के लिए गांव जाने में घबरा रहे हैं।
लड़की ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसके भाई और एक युवती के बीच तीन साल से प्रेम संबंध थे। लड़की की शादी उसकी इच्छा के खिलाफ एक जाट लड़के से कर दी गई। एक महीने बाद ही लड़की अपने प्रेमी के साथ घर से भाई गई। लड़की ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उसके घरवालों को टॉर्चर किया, जिसके बाद उसके भाई और और उसकी प्रेमिका ने सरेंडर कर दिया था।