बाराबंकी – बाराबंकी के कोठी थाने में एसओ और एसआई ने कथित तौर पर एक महिला के साथ रेप की कोशिश की और विरोध करने पर पेट्रोल छिड़ककर जला दिया। 90 फीसदी जली हालत में महिला को सोमवार को लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था और मंगलवार तड़के उनकी मौत हो गई। कोठी थाना प्रभारी रायसाहब यादव और एसआई अखिलेश राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दोनों को निलंबित कर दिया गया है। वारदात के बाद महिला के पति को थाने से छोड़ दिया गया, जिसे रिहा कराने वह थाने गई थीं।
सोमवार सुबह 11 बजे कोठी पुलिस के सिपाही हीरा यादव और पंकज दुबे, रामनारायण द्विवेदी की पत्नी नीतू (40) को जली हालत में जिला हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। नीतू ने मंगलवार तड़के 3 बजकर 40 मिनट पर सिविल अस्पताल की इमरजेंसी बर्न यूनिट में दम तोड़ दिया। मौत से पूर्व उन्होंने बयान में कहा कि उनके पति को एसओ और एसआई रविवार को पकड़ लाए थे। उन पर कोई केस भी नहीं था। पति को छुड़ाने के लिए सोमवार सुबह करीब 10 बजे थाने गई थीं।
पुलिस का कहना है कि लॉकअप से अपने पति को छुड़ाने पहुंची इस महिला ने पुलिसकर्मियों के कथित अभद्र व्यवहार से क्षुब्ध होकर आत्मदाह करने की कोशिश की है। एसओ रायसाहब यादव और एसआई अखिलेश राय को निलंबित कर दोनों के खिलाफ अवैध रूप से हिरासत और आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। डीएम ने मैजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। आईजी (लोक शिकायत) अशोक जैन ने कहा कि प्रथमदृष्टया जांच में महिला के पति किसी मामले में शामिल नहीं पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि एसओ और एसआई को निलंबित कर जांच कराई जा रही है।
शनिवार शाम सेमरावां के रहीमपुर निवासी गंगाराम की पत्नी ने पड़ोसी नंदकिशोर तिवारी के बेटे दीपक पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया। नंदकिशोर और दीपक पर आरोप लगा कि उन्होंने गंगाराम को गोली मार दी। गंगाराम को केजीएमयू में भर्ती कराया गया। नंदकिशोर, दीपक और नौमीलाल पर हत्या की कोशिश का केस दर्ज हुआ। तलाशी में जब नंदकिशोर नहीं मिला तो पुलिस ने बहनोई रामनारायण द्विवेदी को गिरफ्तार कर लिया।
सोमवार सुबह नीतू अपने पुत्र नीरज के साथ पति को छुड़ाने थाने पहुंची। पीड़ित ने बताया कि जब वह एसओ राय साहब यादव के कमरे में गई तो पति को छोड़ने के लिए उससे एक लाख रुपये की मांग की गई। इतने पैसे देने में असमर्थता जाहिर करने पर एसओ और दारोगा अखिलेश कुमार राय ने सोने की चेन और अंगूठी छीन ली और दुष्कर्म की कोशिश की। विरोध करने पर दोनों ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इसके बाद वह भाग कर थाने के गेट पर पहुंची, जहां लोगों ने आग बुझाई। थाने के सिपाही हीरा यादव और पंकज द्विवेदी ने आनन-फानन पीड़िता को उसके पुत्र नीरज के साथ थाने की गाड़ी से जिला अस्पताल पहुंचाया।