UpTop News : मित्रसेन नहीं रहे , शिक्षकों का आंदोलन वापस , वकीलों के आश्रितों को मिलेंगे 5 लाख
लखनऊ: यूपी में 60 वर्ष से कम आयु में दिवंगत होने वाले अधिवक्ताओं के परिजनों को 5 लाख रुपये की धनराशि दिए जाने की योजना साकार हुई है। यह धनराशि उ0प्र0 अधिवक्ता कल्याण निधि न्यासी समिति के कारपस फण्ड से दी जाएगी। योजना का शुभारम्भ मुख्यमंत्री द्वारा 12 सितम्बर, 2015 को दिवंगत अधिवक्ताओं के आश्रितों/परिजनों को चेक वितरित कर किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए प्रदेश के महाधिवक्ता एवं उत्तर प्रदेश अधिवक्ता कल्याण निधि न्यासी समिति के अध्यक्ष विजय बहादुर सिंह ने बताया कि यह योजना 1 जनवरी, 2014 से प्रभावी मानी जाएगी। पूर्व में, दिवंगत अधिवक्ताओं के परिजनों/आश्रितों को 50 हजार रुपये अनुदान राशि बीमा के माध्यम से दी जाती रही है। अब वर्तमान सरकार ने अपने चुनावी घोषणा-पत्र के अनुसार 50 हजार रुपये की राशि को बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है। जिसका भुगतान सीधे अधिवक्ता कल्याण निधि समिति द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि योजना के कार्यान्वयन में उत्तर प्रदेश बार काउन्सिल का विशेष सहयोग मिला। विजय बहादुर सिंह ने यह स्पष्ट किया कि अधिवक्ता कल्याण निधि न्यासी समिति के जो अधिवक्ता सदस्य है उनको अलग से जो राशि अधिनियम के अन्तर्गत मिलनी है वह पूर्ववत मिलती रहेगी। श्री सिंह ने कहा कि पूर्व में मुलायम सिंह यादव ने अधिवक्ताओं के कल्याणार्थ तहसील से लेकर प्रत्येक न्यायिक स्तर पर अधिवक्ता भवन, पुस्तकालय एवं अन्य अनुदान की योजना को साकार रूप दिलवाया है, जो सम्पूर्ण देश के किसी भी राज्य के लिए एक मिसाल है।
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मित्रसेन नहीं रहे
लखनऊ: फैजाबाद [बीकापुर] विधानसभा के समाजवादी पार्टी के विधायक मित्रसेन यादव का आज सुबह लखनऊ में निधन हो गया, वो 85 वर्ष के थे। उनका ईलाज लखनऊ के राममनोहर लोहिया हॉस्पिटल में चल रहा था। आज यहां जारी एक शोक संदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधायक मित्रसेन यादव के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। मित्रसेन यादव हमेशा आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े तथा दबे-कुचले लोगों के लिए संघर्ष करते रहे। उन्होंने कई शिक्षण संस्थाओं की स्थापना कर क्षेत्रीय नौजवानों को शिक्षा हासिल करने में मदद की। उनके निधन से समाजवादी पार्टी ने अपना एक कर्मठ कार्यकर्ता तथा क्षेत्रीय जनता ने एक संवेदनशील जनप्रतिनिधि खो दिया है।
ज्ञातव्य है कि सन् 1977 में पहली बार विधान सभा के लिए निर्वाचित श्री मित्रसेन 1980, 1985, 1993 तथा 1996 में सम्पन्न विधान सभा चुनाव में भी विधायक के रूप में तथा 9वीं, 12वीं तथा 14वीं लोक सभा में अपने क्षेत्र का सांसद के रूप में प्रतिनिधित्व किया था। स्व0 श्री मित्रसेन जी ने अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, सिंगापुर तथा पाकिस्तान जैसे देशों की यात्राएं करके इन देशों की सामाजिक, आर्थिक स्थिति के साथ-साथ यहां की जनप्रतिनिधित्व प्रणाली को जानने एवं समझने का प्रयास किया था। 11 जुलाई, 1934 में जन्मे श्री मित्रसेन यादव काफी दिनों से अस्वस्थ थे।
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यूपी- वित्त विहीन शिक्षकों का आंदोलन वापस
लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि राज्य सरकार प्रबन्ध तंत्र के माध्यम से वित्त विहीन माध्यमिक शिक्षकों के भुगतान की उचित व्यवस्था कराने का दायित्व तय करेगी। उन्होंने कहा कि वित्त विहीन माध्यमिक शिक्षकों के सभी भुगतान चेक के माध्यम से ही कराने की जिम्मेदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
यह जानकारी देते हुए शासन के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि वित्त विहीन माध्यमिक शिक्षकों की समस्याओं पर विचार के लिए आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया है कि आगामी बजट सत्र में वित्त विहीन शिक्षकों के मानदेय भुगतान के सम्बन्ध में सार्थक कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के छात्र-छात्राओं को बेहतर शैक्षिक वातावरण उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्प है और किसी भी परिस्थिति में शिक्षक एवं शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करेगी। मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद वित्त विहीन माध्यमिक शिक्षकों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है।
इस बैठक में माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली, प्रमुख सचिव जितेन्द्र कुमार, एम0एल0सी0 संजय कुमार मिश्रा, उमेश द्विवेदी सहित वित्त विहीन माध्यमिक शिक्षक संघ के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।