लखनऊ: यूपी में सिचाई विभाग ने जारी किया बाढ़ का बुलेटिन आज विधानसभा में सत्र के दौरान विपक्ष ने सरकार को बाढ़ पर घेरने की कोशिश की विभाग के मुताबिक अभी सिर्फ घाघरा नदी की हालत चिन्ता जनक है और इसके लिए प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है।
यूपी में बाढ़ के लिए जो बाँध बन्ने होंगे वो 100 दिन में तैयार नही होंगे उसके लिए योजनाये बनानी होंगी अभी हमारा श्वेत पत्र आएगा उसमे हम बताएँगे की कौन कौन सी योजनाये पिछली सरकार ने सिचाई विभाग की बंद की है। हमारे यहाँ विद्यायक उन सभी क्षेत्रो में खुद राहत पोहचाने का काम कर रहे है और जैसे जैसे जल स्तर बढ़ेगा वैसे वैसे इंतज़ाम किये जायेंगे। ये कहना है योगी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह का वो यह विधानसभा में मीडिया से मुखातिब थे।
विधनसभा में आज बजट सत्र के दूसरे दिन बाढ़ नियत्रंण में योगी सरकार को फेल बताते हुए कॉग्रेस ने सदन से वाकआउट किया। कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू के बताया कि सरकार प्रदेश में बाढ़ के प्रति असंवेदनहीन है। बाढ़ को लेकर सरकार ने जो आज जवाब दिया उससे प्रदेश की जनता संतुष्ट नही है। महाराज गंज, गोंडा, बहराइच श्रावस्ती जैसे कई जिलों में बाढ़ की वजह से कई गाव डूबने की हालात में है। पिछली बार भी हमने सदन में ये मुद्दा उठाया था लेकिन सरकार ने कहा था कि मानसून से पहले बाढ़ का प्रबंध कर लेंगे। लेकिन सरकार ने आज जो जवाब दिया उससे हम संतुष्ट नही है। सरकार संख्या बल के आधार पर विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है। इसलिए हमने सदन से बहिर्गमन कर लिया है।
कांग्रेस नेता ने तेज़ न्यूज़ को बताया कि बाढ़ को लेकर आज हमने प्रश्न किया था लेकिन सरकार की बाढ़ को लेकर संवेदनहीनता है , सरकार ने जो आज जवाब दिया वह संतोषजनक नही था, कई जनपद में नदियां उफान पर बनी है , बांधो पर दबाव बना है पिछली विधानसभा में हमने कहा था की जून तक बांधो का काम पूरा नही हुआ तो जन हानि होगी सरकार ने जब हमारी बात सरकार ने नही सुनी तो हमने सदन से वॉक आउट किया।
सदन में बाढ़ की स्थिति पर कांग्रेस के सवाल पर मुख्यमंत्री का जवाब – बाढ़ की समस्या पहली बार नही आई है। इस साल भी बारिश बहुत हुई है इसलिए कुछ जिलो में बाढ़ के हालात। लेकिन हमने बाढ़ पर नियंत्रण के लिए हर जिले में कन्ट्रोल रूम बनाया है। और बाढ़ से प्रभावित हर जिले पर हमारी नजर हैं।
सरकार बाढ़ नियंत्रण में कोई लापरवाही नहीं कर रही है। प्रदेश के सदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना का कहना है कि 169 करोड़ रूपए बाढ़ नियंत्रण के लिए सरकार ने दिए है।
@शाश्वत तिवारी