लखनऊ : विधानसभा की कार्यवाही बाधित करने से नहीं बल्कि सदन में प्रभावी और तर्कसंगत चर्चा से समाधान निकलता है। स्वस्थ लोकतंत्र में विपक्ष की जिम्मेदारी है कि वह सदन चलाने में सकारात्मक सहयोग करे।
यूपी विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने 14 दिसम्बर से प्रारम्भ हो रहे विधान सभा सत्र के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया है। आज यहां विधान भवन में आहूत एक सर्वदलीय बैठक में उन्होंने कहा कि तार्किक तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का समाधान प्राप्त किया जा सकता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा नेता सदन योगी आदित्यनाथ जी ने सदन के सुचारू संचालन में सत्ता पक्ष के पूरे सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार का प्रयास है कि सदन की बैठकें नियमित और अधिक से अधिक दिन तक हों। राज्य सरकार हर विषय पर चर्चा और तथ्यों के साथ जानकारी देने के लिए तैयार रहेगी। सदन को सुचारु ढंग से संचालित करने में सभी दल सहयोग करेंगे तो जनता में बहुत अच्छा संदेश जाएगा।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि पक्ष एवं विपक्ष के सहयोग से ही सदन को सुचारु रूप से चलाया जा सकता है। बैठक में नेता विपक्ष रामगोविन्द चैधरी, सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी के नेता तथा पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन विकास मंत्री ओम प्रकाश राजभर, बहुजन समाज पार्टी के लालजी वर्मा, कांग्रेस पार्टी के अजय कुमार ‘लल्लू’ तथा अपना दल के नील रतन सिंह पटेल ‘नीलू’ ने भी अपने-अपने दलों की ओर से पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।
@शाश्वत तिवारी