अमेठी- उत्तर प्रदेश का अमन चैन के लिए मशहूर जनपद अमेठी में एक भीषण नरसंहार की एक भीभत्स घटना ने पूरे जनपद को आँसू दे डाला लोगो के मुताबिक एक शख्स ने अपने परिवार के 10 सदस्यों की जान लेकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी से होते ही पूरे प्रदेश में सनसनी फैली हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार इस नरसंहार में मुखिया की पत्नी और बेटी बच गई है, और उन्हीं के बयान से घटना का खुलासा हुआ कि मरने वालों में छह बच्चे शामिल भी हैं। अमेठी जनपद के बाजार शुकुल थाना अंतर्गत महोना गांव में एक ही परिवार के 10 लोगों की नृशंस हत्या की सूचना से पूरे जनपद में हड़कंप मच गया।
सभी को तेज धारदार हथियार से मारा गया है जबकि परिवार का मुखिया जमालुद्दीन फांसी के फंदे से लटका मिला है। मरने वालों में 6 बच्चे शामिल हैं। घटना का पता तब चला जब एक व्यक्ति इस परिवार के घर पहुँचा ग्रामीणों के द्वारा मुखिया की पत्नी तब्बस्सुम और बेटी (अफसर बानो) को बेहोशी की हालत में सीएचसी जगदीशपुर में भर्ती कराया गया।
अस्पताल में बेटी ने बताया कि पिता ने रात में घर के सदस्यों को दवा भी पिलाई थी जिसके बाद सब सो गए सुबह रजाई हटाकर देखा गया तो सबके गले कटे थे जिसमे तबस्सुम (35वर्ष),हुसैना(वर्ष30), तथा नौ लडकिया जिनमे,रुबीना,शाहतींन,शमशुद्दीन,मरियम,सानिया बानो, उजरा बानो, आफरीन,अफसार, बानो, महक,निसार,फातिमा, शामिल है।
जमालुद्दीन महोना कस्बे में बैट्री और गैस सिलेंडर की मेंटेनेंस का करता था। मोजूदा समय पर जमालुद्दीन पास दस विस्वा है। जमालुद्दीन ने इतना खौफनाक कदम क्यों उठाया ? इसके पीछे की वजह अभी पता नहीं चल सकी है ?
पुलिस पड़ताल अभी भी जुटी है। डी आई जी रेंज मौके पर पहुँच घटना की जानकारी लेकर शव को शवों की चीरफाड़ घर भेजने की तैयारी करवा रहे है। लेकिन सूत्रों की माने तो मृतको के रिश्तेदार शवों को पोस्ट मास्टम भेजने के लिए राजी नही है।
रिपोर्ट- @राम मिश्रा