नोएडा : नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) के डीएसपी तंजील अहमद की तीन अप्रैल की रात बिजनौर में हत्या कर दी गई थी। वह बिजनौर में एक शादी समारोह में शरीक होने के बाद वापस लौट रहे थे। बुधवार की सुबह यूपी एसटीएफ की ग्रेटर नोएडा यूनिट ने एक हत्यारोपी को अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार युवक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का पूर्व छात्र है।
ग्रेटर नोएडा एसटीएफ के डीएसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त मुनीर अभी फरार चल रहा है। उसकी जानकारी मिलने पर गिरफ्तारी के लिए अलीगढ़ में दबिश डाली गई थी। मुनीर तो नहीं मिला लेकिन उसका साथी शादाब पकड़ा गया है। शादाब, मुनीर गैंग का सदस्य है। तंजील अहमद को मारने में वह शामिल रहा था। उसके ऊपर पांच हजार रुपए ईनाम घोषित था। शादाब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का पूर्व छात्र है। उसी दौरान वह मुनीर गैंग में शामिल हो गया था।
तीन अप्रैल की रात तंजील अहमद, उनकी पत्नी फरजाना खातून और बेटा-बेटी कार में सवार थे और बिजनौर से लौट रहे थे। रास्ते में बाइक सवार हमलावरों ने ओवरटेक करके अंधाधुंध फायरिंग की। जिसमें तंजील अहमद की मौकै पर ही मौत हो गई थी। जबकि फरजाना को नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती किया गया। हालत ज्यादा खराब होने के कारण दिल्ली के एम्स रेफर किया गया। व्नौ दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद फरजाना की मौत हो गई। बाद में यूपी पुलिस ने खुलासा किया था कि घरेलू रंजिश के कारण तंजील अहमद और उनकी पत्नी की हत्या की गई है। शुरूआती दौर में इसे आतंकी हमला भी माना जा रहा था। तंजील अहमद को 23 गोलियां मारी गई थीं।
सहसपुर: प्रदेश के मुख्यमंत्री के राहत कोष से सहसपुर में शहीद अधिकारी तंजील अहमद के परिजनों को बीस लाख रुपये की सहयोग राशि प्रदान की गयी। सहायता राशि का चेक उद्यान मंत्री मूलचंद चौहान, पूर्व राज्यमंत्री/ विधायक मनोज पारस, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री नईमुलहसन आदि ने संयुक्त रूप से सौंपा।
इस मौके पर जिलाधिकारी बी.चन्द्रकला, पुलिस अधीक्षक सुभाश सिंह बघेल आदि भी मौजूद थे। सपा के वरिष्ठ नेताओं एवं पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके बच्चों और परिवार के लोगों को यकीन दिलाया गया कि आप अकेले नहीं हैं, हर घड़ी हम सब आपके साथ रहेंगे।