वॉशिंगटन : ईरान से बढ़ते तनाव के बीच पेंटागन ने पहली बार एफ-22 रैप्टर स्टील्थ लड़ाकू विमानों को कतर में तैनात किया है। यह जानकारी अमेरिकी सेना ने दी।
कतर में लड़ाकू विमानों की तैनाती को अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के नजरिए से देखा जा रहा है।
अमेरिकी वायु सेना के मिलिटरी कमांड ने अपने बयान में कहा, ‘अमेरिकी सेना और उसके हितों की रक्षा के लिए यह तैनाती की गई है।’
हालांकि बयान में इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि कितने विमानों की तैनाती की गई है।
बता दें कि ईरान के साथ ताजा घटनाक्रम के बाद से ही अमेरिका मध्य पूर्व में अपनी सेनाओं को बढ़ा रहा है। अमेरिका के लड़ाकू विमान कतर की राजधानी दोहा के बाहर अल उदीद एयर बेस पहुंचे हैं।
एक रक्षा अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि लड़ाकू विमान मध्य पूर्व में नई सेनाओं की पहले से घोषित तैनाती का हिस्सा हैं, जिसका उद्देश्य पूरे क्षेत्र, विशेषकर इराक और सीरिया में अपनी सेना की रक्षा के लिए अमेरिका की क्षमता को बढ़ावा देना है, जहां अमेरिकी सेना ईरान समर्थित आतंकियों के साथ लड़ाई में खड़ी है।
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि विश्वस्त खुफिया जानकारी मिली है कि ईरानी सेना और उसके समर्थक, इस क्षेत्र में अमेरिकियों पर हमला करने की योजना बना सकते हैं। अल उदीद एयर बेस के पास अमेरिकी विमान को उड़ान भरते हुए भी देखा गया है।
बता दें कि अमेरिका द्वारा मल्टिपार्टी न्यूक्लियर डील 2015 से हाथ खींचने और ईरान पर प्रतिबंध लगाने के बाद दोनों देशों में तनाव अपने चरम पर है।
पिछले हफ्ते यह तनाव उस समय और बढ़ गया, जब ईरान ने अमेरिका के मानव रहित ड्रोन को मार गिराया। इसके बाद अमेरिका ने ईरान पर स्ट्राइक करने का आदेश दिया था, जिसे बाद में वापस ले लिया गया।