लंदन : अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरिया में पैदल सेना की तैनाती की बात खारिज कर दी है। उन्होंने कहा कि सिर्फ सैन्य प्रयास से देश की समस्याएं हल नहीं हो सकतीं। ओबामा ने कहा कि पैदल सेना को भेजना और सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन को उखाड़ फेंकना अमेरिका या ग्रेट ब्रिटेन की एक भूल होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि वह ऐसा नहीं मानते कि आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट (आईएस) को उनके कार्यकाल के आखिरी नौ महीनों में हराया जा सकेगा। तीन दिवसीय लंदन यात्रा पर पहुंचे ओबामा ने कहा कि सीरिया में बहुत सारी जटिलताओं के साथ दिल दहला देने वाली स्थिति है।
ओबामा ने कहा कि अमेरिकी नेतृत्व वाला गठबंधन रक्का जैसे आईएस के ठिकानों पर हमले जारी रखेगा और देश के उस हिस्से को अलग-थलग रखने की कोशिश करेगा। साथ ही देश के उन हिस्सों को बंद कर देगा, जहां से यूरोप में विदेशी लड़ाकों को भेजा जा रहा है। लेकिन उन्होंने कहा कि रूस, ईरान और उदारवादी विपक्षी समूहों सहित अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सभी पक्षों पर दबाव बनाना जारी रखना होगा ताकि वे एक मेज पर बैठें और बदलाव के लिए बातचीत शुरू करें।
ओबामा ने उन देशों की आलोचना की, जिनकी संसद ने सीरिया में कार्रवाई की स्वीकृति नहीं दी है और अभी भी यही चाहते हैं कि अमेरिका इसके बारे में कुछ करे। उन्होंने कहा कि आप दोनों तरफ से नहीं पा सकते। जेनेवा में सीरियाई सरकार और विपक्षी प्रतिनिधियों के बीच बातचीत अगले हफ्ते जारी रहेगी।