अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने भारत में हुए 2019 लोकसभा चुनाव के नारे को दोहराते हुए कहा है कि ‘मोदी है तो मुमकिन है’।
पॉम्पियो ने भारत और अमेरिका के संबंधों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने को लेकर यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत में नारा चला था कि ‘मोदी है तो मुमकिन है’, दोनों देशों के बीच संबंधों में भी ऐसा हो सकता है।
इंडिया आइडियाज समिट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पॉम्पियो ने कहा कि हम आगे बढ़ना चाहते हैं। हमेशा के लिए मजबूत संबंध स्थापित करते हुए रणनीतिक मोर्चे पर काम करना चाहते हैं, जिससे दोनों देशों को फायदा हो।
मोदी और ट्रंप प्रशासन के नेतृत्व में हम भविष्य के लिए हिंद प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन की बात इशारों में करते हुए पॉम्पियो ने कहा कि दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाले लोकतंत्र को सबसे पुरानी डेमोक्रेसी से मिलकर साझा विजन पर काम करना चाहिए। साझेदारी, आर्थिक खुलेपन, उदारता और संप्रभुता पर चलते हुए संबंधों को मजबूती देना होगा।
उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत के समक्ष अपने संबंधों को बेहतर करने का सुनहरा अवसर है। बता दें कि 24 जून से 30 जून तक पॉम्पियो भारत, श्रीलंका, जापाना और दक्षिण कोरिया के दौरे पर होंगे।
चीन के अलावा इन देशों की पॉम्पियो की यात्रा से साफ है कि वह क्षेत्र में चीन के मुकाबले शक्ति संतुलन स्थापित करने की अमेरिकी नीति पर अमल करते हुए दौरा करेंगे।