
इस पॉलिसी में गाड़ी के इस्तेमाल के आधार पर प्रीमियम तय होता है। आप अपनी कार को जितना ड्राइव करेंगे, उसके हिसाब से प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। ज्यादा ड्राइविंग ना करने वाले लोगों के लिए ये पॉलिसी काम की है। यह ऐड ऑन कवर पॉलिसी है, जो रेगुलर मोटर इंश्योरेंस के साथ ली जा सकती है।
इस स्कीम से जेब पर पड़ने वाला खर्च कम होगा। पश्चिमी देशों में इस तरह की पॉलिसी का चलन काफी पुराना है। भारत में हाल में इसकी शुरुआत हुई है। इस बीमा पॉलिसी का दो तरह से लाभ उठाया जा सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में।
पे एज यू ड्राइव (PAYD)
अगर कोई इस प्रीमियम का विकल्प चुनता है, तो प्रीमियम की गणना अब तक चलाए गए किमी या गाड़ी की अवधि के आधार पर किया जाएगा। वाहन मालिक को गाड़ी में टेलीमैटिक्स से प्राप्त डेटा का उपयोग करना होगा। दरअसल, कार जितनी कम चलेगी उसके हादसे का जोखिम भी कम होगा और प्रीमियम की रकम कम होगी।
पे हाउ यू ड्राइव (PHYD)
अगर आप ड्राइविंग अच्छी तरह से करते हैं, तो ये इंश्योरेंस पॉलिसी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। इस बीमा के लिए कंपनी गाड़ी के इस्तेमाल, इंजन की स्थिति, स्पीड और अन्य बिंदुओं को निर्धारित करने के लिए टेलीमैटिक्स और जीपीएस का इस्तेमाल करती है। इन सबके आधार पर ड्राइवर को पॉइंट्स दिए जाते हैं। ये अंक बीमा राशि में महत्वपूर्ण होते हैं।