लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आज अपना दूसरा बजट पेश करेगी, माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार अबतक का सबसे बड़ा बजट पेश कर सकती है। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने प्रदेश में योगी सरकार का पहला बजट 3.94 लाख करोड़ रुपए का पेश किया था। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार योगी सरकार चार लाख करोड़ से अधिक का बजट पेश कर सकती है। इस बजट में योगी सरकार का मुख्य लक्ष्य आय को बढ़ाना और खर्च को कम करा होगा।
योगी सरकार के दूसरे बजट में उम्मीद है कि तीन नए एक्सप्रेस वे, पांच शहरों में मेट्रो, हर किसी के लिए आवास, किसानों की आय को बढ़़ाने के लिए अहम घोषणा हो सकती है। साथ ही बेसिक स्कूलों में फर्नीचर उपलब्ध कराने की पहल को भी इस बजट में बढ़ाया जा सकता है, रोजगार कौशल ,लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए सरकार की ओर से अहम ऐलान हो सकता है। इसके साथ ही लोगों की उम्मीद सातवे वेतनमान के ऐलान पर भी होग।
आपको बता दें कि यूपी का बजट पेश होने से पहले इतिहास में पहली बार हुआ है बजट पेश होने से ठीक पहले 10 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है। माना जा रहा है कि इसकी अहम वजह यह है कि आखिरी वक्त में अगर किसी भी तरह के संशोधन की जरूरत हो तो उसे किया जा सके। साथ ही योगी सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी कि प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बजट में अहम प्रावधान करना।
योगी सरकार को सत्ता में आए तकरीबन एक वर्ष होने जा रहा है, ऐसे में सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के साथ विकास की रफ्तार को तेज करना। वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने भी बजट से पहले अपने बयान में कहा कि हम योजनाओं को निश्चित समय के भीतर पूरा करना चाहते हैं, हम सभी योजनाओं को बजट दे रहे हैं, ऐसे में अगर काम समय पर पूरा नहीं होता है तो इसके लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।