लखनऊ- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 12 फरवरी को 12.20 मिनट पर बतौर वित्त मंत्री पांचवां बजट पेश किया। सीएम ने अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया। बजट में यूपी के लिए 3.46 लाख करोड़ रुपये हैं।
ये बजट पिछले बजट से 14.6 प्रतिशत ज्यादा है। बजट पेश करने के दौरान सीएम अखिलेश यादव ने कहा, हमने तमाम अड़चनों के बाद भी अपने ज्यादातर वादों को पूरा किया। विधानसभा चुनाव से पहले अपने इस आखिरी बजट के जरिये मुख्यमंत्री ने सभी वर्गों को लुभाने की कोशिश की।
वर्ष 2016-17 के बजट से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को अखिलेश सरकार ने विधानमंडल में वर्ष 2015-16 के लिए 27,758.98 करोड़ रुपये का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया।
यह पिछले वर्ष अगस्त में विधानमंडल से पास कराए गए 19,825 करोड़ रुपये के पहले अनुपूरक बजट के मुकाबले करीब 8000 करोड़ रुपये ज्यादा है।
इसमें भारी घाटे में चल रही बिजली कंपनियों को उबारने को बांड जारी करने के लिए सबसे अधिक बजट का बंदोबस्त किया गया है।
इसके अलावा आपदा पीड़ित किसानों को तात्कालिक राहत देने और जर्जर आर्थिक स्थिति के चलते बंदी के कगार पर पहुंच चुके सहकारी बैंकों को चलाने के लिए भी धन की व्यवस्था की गई है।
बसपा, भाजपा व कांग्रेस ने सरकार पर मूल बजट की राशि खर्च न कर पाने का आरोप लगाते हुए अनुपूरक बजट लाने के विरोध में सदन से बहिर्गमन किया। रालोद को छोड़ समूचे विपक्ष की गैरमौजूदगी में अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पास भी कर दिया गया। इसे विधानमंडल के दोनों सदनों में पास कर दिया गया है।
रिपोर्ट- शाश्वत तिवारी