लखनऊ- कैप्टन मनोज पाण्डेय ने देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर करके जो शौर्य और पराक्रम दिखाया है वह अभूतपूर्व है। कैप्टन मनोज ने लखनऊ का नाम शहीद परिवारों की श्रृंखला में जोड़ दिया। देश में अब तक 21 लोगों को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया है।
जिसमें कारगिल युद्ध के 4 वीरों को परमवीर चक्र, 9 वीरों को महावीर चक्र तथा 27 वीरों को वीर चक्र से सम्मानित किया गया था। कैप्टन मनोज पाण्डेय ने जिस प्रकार की वीरता दिखायी उससे देश ने युद्ध तो जीत लिया मगर शेर खो गया। ऐसे शूरवीरों को नमन करना चाहिए।
राज्यपाल राम नाईक ने यहाँ सैनिक स्कूल लखनऊ में परमवीर चक्र से सम्मानित कैप्टन मनोज पाण्डेय की 17वीं पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने इस अवसर पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि कारगिल की लड़ाई के समय वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमण्डल में पेट्रोलियम मंत्री थे।
कैबिनेट में उनके द्वारा सुझाव रखा गया कि कारगिल में शहीद होने वाले सैनिकों के परिवार को सरकारी खर्च पर पेट्रोल पम्प व गैस एजेन्सी आवंटित की जाये। इस दृष्टि से 439 परिवारों को गैस एजेन्सी व पेट्रोल पम्प दिये गये। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का संतोष है कि वे शहीदों के परिजनों के लिये कुछ कर सके।
श्रद्धांजलि सभा का आयोजन परमवीर चक्र विजेता अमर शहीद कैप्टन मनोज पाण्डेय वेलफेयर सोसायटी द्वारा किया गया था।
राज्यपाल ने इस अवसर पर सैनिक स्कूल लखनऊ व रानी लक्ष्मी बाई मेमोरियल स्कूल के मेधावी छात्रों को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह व रूपये 5,100 नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
श्रद्धांजलि सभा में शहीद कैप्टन मनोज पाण्डेय की माता मोहिनी पाण्डेय, पिता गोपीचन्द्र पाण्डेय, परिजन, महापौर लखनऊ डा. दिनेश शर्मा, ले.जन. आर.पी. शाही ए.वी.एस.एम. (अवकाश प्राप्त), ले.जन.ए.के. मिश्रा ए.वी.एस.एम. (अवकाश प्राप्त), सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण व विशिष्ट नागरिक उपस्थित था।
रिपोर्ट:- @शाश्वत तिवारी