लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उन्नाव में भी ठीक वैसा ही हाल देखने को मिला, जैसा कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुआ था। गैंगरेप के मामले में यहां पर भी लोगों ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के आरोपी विधायक के समर्थन में रैली निकाली। लोग इस दौरान बड़े-बड़े बैनर लिए हुए थे, जिन पर लिखा था, ‘हमारा विधायक निर्दोष है।’ लोगों का कहना था कि यह पूरा मामला सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक षडयंत्र का हिस्सा था। यह रैली सोमवार (23 अप्रैल) को बांगरमऊ, सफीपुर, बीघापुर और उससे सटे इलाकों में निकाली गई।
महिलाओं से लेकर सैकड़ों पुरुषों ने इस रैली में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया, जिसका नेतृत्व नगर पंचायत अध्यक्ष अनुज कुमार दीक्षित ने किया। दीक्षित ने इस बारे में एक न्यूज वेबसाइट से कहा, “यह हमारे विधायक को बदनाम करने की राजनीतिक साजिश है। वह निर्दोष हैं। उन्हें गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। ऐसे में, हम इस मामले में निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच की मांग करते हैं।”
आपको बता दें कि कठुआ में भी कुछ ऐसी ही घटना देखने को मिली थी। यहां आठ साल की मासूम के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें एक पुजारी भी शामिल था। हिंदू एकता मंच ने इसके बाद आरोपियों के समर्थन में एक रैली निकाली थी। प्रदर्शनकारियों का दावा था कि जिन्हें गैंगरेप के मामले में आरोपी बनाया गया, उन्होंने कुछ नहीं किया। लोगों ने सीबीआई जांच की मांग उठाई थी। जम्मू-कश्मीर सरकार में बीजेपी के दो मंत्री चौधरी लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा भी इस रैली का हिस्सा थे।
याद दिला दें कि पिछले साल जून में पीड़िता ने बांगरमऊ से बीजेपी विधायक सेंगर और उसके भाई पर गैंगरेप करने का आरोप लगाया था। लेकिन तब उसकी सुनवाई नहीं हुई थी। मामला तब सुर्खियों में आया जब पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। आरोप है कि सेंगर के भाई ने ही उनकी हत्या कराई थी। आरोपी विधायक को इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया था। मामले की जांच सीबीआई के पास है, जबकि आरोपी विधायक की वाई श्रेणी सुरक्षा उससे छीन ली गई है।