राफेल सौदे के मामले में भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने बुधवार को सरकार पर ‘राजनीतिक विद्वेष से पीछे पड़ने’ का आरोप लगाया।
वाड्रा ने आरोप लगाया कि भाजपा जब भी किसी मुद्दे पर फंसती है तो उनका नाम लेने लगती है।
वाड्रा ने एक बयान में कहा, ‘शुरुआत में मुझे हैरानी होती थी लेकिन अब यह पूरा तमाशा बन गया है कि भाजपा जब भी फंसती है तो मेरा नाम उछालने लगती है।
चाहे वह रुपये में गिरावट हो, चाहे पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमतें हों या फिर हाल ही में राफेल पर देश को बेचने को लेकर उनके बेनकाब होने का मामला हो। हर मुद्दे पर भाजपा ने मेरा नाम लिया।’
उन्होंने कहा, ‘उनके पास सारी एजेंसियां हैं… मौजूदा सरकार और भाजपा से बेहतर कोई नहीं जानता कि वे पिछले चार साल से राजनीतिक विद्वेष से मेरे पीछे पड़े हैं।’
वाड्रा ने आगे कहा, ‘झूठ के पुलिंदे की आड़ में छिपने की जगह उनको 56 इंच की छाती के साथ साहस दिखाना चाहिए और देश को राफेल के बारे में सच बताना चाहिए। लोग एक ही बात सुन-सुन कर तंग आ चुके हैं।’
गौरतलब है कि भाजपा ने आरोप लगाया है कि संप्रग सरकार वाड्रा के मित्र संजय भंडारी की कंपनी को बिचौलिए के तौर पर इस्तेमाल करना चाहती थी और जब यह नहीं हो सका तो कांग्रेस इस सौदे को खत्म करा कर बदला लेना चाहती है।