नई दिल्ली- बीजेपी के युवा सांसद वरुण गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ बागी सुर अपनाए हैं। वरुण गांधी ने एक जनसभा में किसानों की आत्महत्या का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कर्ज वसूलने में सरकार भेदभाव कर रही है। बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया जा रहा है और गरीब किसानों को कर्ज चुकाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
मोदी को किसी भी मदद का वादा नहीं किया :वरुण गांधी
‘गारंटर जेल में, माल्या विदेश में’
एक कांग्रेस नेता के स्कूल के कार्यक्रम में शरीक होने इंदौर पहुंचे वरुण गांधी ने कहा कि कर्ज न चुका पाने की वजह से 50 हजार से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं जबकि विजय माल्या 9 हजार करोड़ रुपये लेकर भाग गया लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वरुण गांधी ने कहा, ‘कर्ज वसूली के नाम पर विजय माल्या का गारंटर बताकर जिस शख्स को गिरफ्तार किया गया है, उसके बैंक खाते में सिर्फ 1100 रुपये मिले थे, लेकिन वह आज जेल में है और माल्या विदेश में घूम रहा है।’
वरुण गांधी को आया गुस्सा बिना भाषण दिए लौटे
’78 फीसदी कर्ज अमीरों का माफ किया गया’
यूपी चुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर वरुण गांधी ने खुद ही चुनाव प्रचार शुरू किया है। सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि गरीबों की कर्जमाफी योजना का असल लाभ उद्योगपतियों को मिल रहा है। 2002 से 2015 के बीच सरकार ने जो कर्ज माफ किए उनमें से 78 फीसदी कर्ज सिर्फ 20 घरानों का था। यह रकम करीब 2.70 लाख करोड़ रुपये थी।
यूपीए सरकार के कानून की तारीफ
वरुण गांधी ने कहा कि जिन किसानों ने आत्महत्या की है उनमें से बड़ी संख्या में किसानों ने सरकारी बैंकों से कर्ज लिया था और उत्पीड़न की वजह से मौत को चुना। यूपीए सरकार के समय लाए गए सूचना का अधिकार कानून की तारीफ करते हुए कहा कि इसकी वजह से भ्रष्टाचार में कमी आई है। [एजेंसी]