राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की बस पर जोधपुर जिले में प्रदर्शनकारियों ने पत्थर फेंके। इस हमले में वह बाल-बाल बच गईं। भारतीय जनता पार्टी ने इस हमले के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है।
राजे पूरे राज्य में गौरव यात्रा निकाल रही हैं। उन्होंने पिपर सिटी में रात रुकने के कार्यक्रम को रद्द कर दिया और विशेष विमान से जोधपुर से जयपुर वापस आ गईं। उनके काफिले पर हुए पथराव पर उन्होंने कहा कि वह हमलों से डरने वाली नहीं हैं।
राजे ने कहा, ‘पत्थर फेंकने का यह कार्य कांग्रेस नेता के आदेश पर हुआ है। उन्हें यह समझ जाना चाहिए कि मैं इस तरह की घटनाओं से डरने वाली नहीं हूं। मैं राजस्थान के लिए अपनी जान देने को तैयार हूं। यह उन लोगों की निराशा को दिखाता है जिन्होंने राज्य के लिए विकास का कोई कार्य नहीं किया है। हम सत्ता में दोबारा लौटेंगे।’
राजे ने कांग्रेस नेता अशोक गहलोत का नाम नहीं लिया लेकिन लोगों का कहना है कि जिन लोगो ने राजे की बस पर कथित हमला किया वह पूर्व मुख्यमंत्री के नाम के नारे लगा रहे थे।
राजे रथ वाले डिजायन की बस के ऊपर चढ़कर भीड़ से बात कर रही थी, रात के 9.15 बजे एक समूह ने उन पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। पुलिस ने उनका पीछा किया लेकिन वह भागने में सफल रहे।
जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राघवेंद्र सुहासा ने कहा, ‘घटनास्थल पर एक पुलिस वीडियोग्राफर मौजूद था और अपराधियों की पहचान कर ली गई है। जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।’
राजस्थान कांग्रेस के उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक हीरा लाल बिश्नोई ने इस घटना की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘लोग भाजपा से नाराज हैं लेकिन किसी को भी हिंसा का सहारा नहीं लेना चाहिए। मुझे नहीं लगता कि यह लोग कांग्रेस पार्टी से थे। अशोक गहलोत जी पूर्व मुख्यमंत्री हैं, इसी वजह से उनका नाम लोगों की जुबान पर है।’
बता दें कि गौरव यात्रा पर निकलीं राजे को शनिवार को जोधपुर में तीन जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ा।