चंदौसी- विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष डॉ.प्रवीण तोगड़िया के प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रोने संबंधी बयान पर कल्कि पीठाधीश्वर एवं भारतीय संत समिति के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कल्कि पीठाधीश्वर ने कहा कि तोगड़िया को अभी अपने आंसू संभालकर रखना चाहिए। क्योंकि, उन्हें अभी बहुत रोना पड़ेगा।
भारतीय संत समिति के अध्यक्ष प्रमोद कृष्णम ने कहा कि डॉ. प्रवीण तोगड़िया को आत्महत्या करने जैसी बात करने के बजाय गोरक्षा के मुद्दे पर मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए। इसमें देशभर के संत उनके साथ खड़े हो जाएंगे। उन्होंने यह टिप्पणी विहिप अध्यक्ष डा.प्रवीण तोगड़िया के एक बयान के संबंध में की है।
बता दें कि डॉ. तोगड़िया ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान रोते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गायों की हत्या करने वालों का मनोबल बढ़ाने, गोरक्षकों को गुंडा करार देने की बात कहते हुए यह भी कहा था कि विहिप मुंह दिखाने लायक नहीं रही।
आत्महत्या करने का मन कर रहा है। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहाकि डा.तोगड़िया आंसू संभाल कर रखे, उन्हें अभी राम मंदिर पर रोना है, मथुरा-काशी और कश्मीर और कॉमन सिविल कोड पर रोना है, बेरोजगारी और काले धन पर रोना है। वह अकेले न रोएं, पूरा देश उनके साथ रोएगा। क्योंकि, जिस उम्मीद के साथ देश के लोगों ने मोदी की सरकार बनाई थी, वह वादे सरकार भूल चुकी है।
चंद औद्योगिक घरानों के हाथों की कठपुतली बन गई है। इसलिए वह अपने आंसू रोक कर रखें। आत्महत्या की बात न करें, वह विहिप जैसे संगठन के अध्यक्ष हैं, यदि कुछ करना ही है तो गोरक्षा जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन करें। देशभर के संत उनके साथ खड़े जाएंगे।